झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बुधवार को प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई, जिसमें उन के और उनके समुदाय का उत्पीड़न और मानहानि करने का आरोप लगाया गया। यह शिकायत, हेमंत सोरेन ने कथित भूमि घोटाले और मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी द्वारा की जा रही पूछताछ के मध्य दर्ज करवाई गई है।
सीएम सोरेन ने प्रवर्तन निदेशालय, रांची जोनल कार्यालय के कपिल राज, देवव्रत झा, अनुपम कुमार, अमन पटेल और अन्य अज्ञात व्यक्तियों के नाम यह शिकायत दर्ज करवाई है। हेमंत सोरेन ने अपनी शिकायत में उपरोक्त अधिकारियों पर उन्हें और उनके समुदाय को परेशान करने और बदनाम करने के उद्देश्य से बिना किसी पूर्व सूचना के 5/1, शांति निकेतन, नई दिल्ली स्थित झारखण्ड भवन में तलाशी अभियान चलाने का आरोप लगाया गया।
सीएम सोरेन ने 29 जनवरी को शांति निकेतन में की गई तलाशी पर विशेष रूप से प्रकाश डाला, और इस बात पर जोर दिया कि यह उन्हें पूर्व सूचना दिए बिना हुआ। उन्होंने नीली बीएमडब्ल्यू कार की जब्ती और अवैध नकदी की खोज के संबंध में ईडी अधिकारियों द्वारा किए गए दावों का खंडन करते हुए कहा कि उनके पास न तो उल्लिखित कार है और न ही उनके पास कोई अवैध धन है। शिकायत रांची के एससी एसटी पुलिस स्टेशन में दर्ज की गई है, और जांच चल रही है।
इस बीच, बुधवार को ईडी अधिकारियों की एक टीम कथित भूमि घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पूछताछ के लिए झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन के आवास पर पहुंची। मंगलवार को सोरेन के आवास पर देर रात हुई बैठक के बाद, झामुमो सांसद महुआ माजी ने बताया कि सीएम 31 जनवरी को बिना किसी आशंका के प्रवर्तन निदेशालय का सामना करने के लिए तैयार हैं।
इससे पहले, ईडी के अधिकारी कथित भूमि घोटाले के संबंध में पूछताछ करने के लिए सोमवार रात राष्ट्रीय राजधानी में सोरेन के आवास पर गए थे। ईडी ने सीएम सोरेन को कई समन जारी किए थे, नवीनतम समन में उन्हें 29 या 31 जनवरी को पूछताछ के लिए उपस्थित होने या एजेंसी द्वारा शुरू की गई पूछताछ का सामना करने का निर्देश दिया गया था। रांची में मुख्यमंत्री आवास के आसपास भारी पुलिस तैनाती देखी गयी।