दिल्ली पुलिस ने आईएएस अधिकारी और दिल्ली सरकार के विशेष सचिव वाईवीवीजे राजशेखर के खिलाफ झूठी शिकायत दर्ज कराने के मामले में पूर्व दानिक्स (दिल्ली, अंडमान और निकोबार द्वीप सिविल सेवा) अधिकारी ए वी प्रेम नाथ को गिरफ्तार किया है।
नाथ को गिरफ्तार कर बुधवार को दिल्ली की एक जिला अदालत में पेश किया गया, जिसने उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
नकुल कश्यप की शिकायत पर 16 जून, 2023 को दिल्ली में एक एफआईआर दर्ज की गई थी, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया था कि जीएनसीटी, दिल्ली के एक अधिकारी एवी प्रेम नाथ ने उन्हें राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली के सतर्कता सचिव राजशेखर के खिलाफ झूठी शिकायत करने के लिए प्रेरित किया था।
नाथ ने कथित तौर पर कश्यप के नाम पर एक फर्जी ईमेल आईडी बनाई और राजशेखर के खिलाफ जीएनसीटीडी के विभिन्न अधिकारियों को एक मनगढ़ंत शिकायत प्रसारित की।
मध्य जिले में की गई प्रारंभिक जांच ने मामले को 3 नवंबर, 2023 को अपराध शाखा को स्थानांतरित करने के लिए निर्देश दिया। एफआईआर को रद्द करने के नाथ के प्रयासों के बावजूद, दिल्ली उच्च न्यायालय ने इस साल 22 जनवरी को उनकी याचिका खारिज कर दी। इसके बाद, वह जांच में शामिल होने से बचते रहे। जिसके कारण 22 फरवरी को उनके खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किया गया।
नाथ का पता लगाने के लिए, कानून प्रवर्तन अधिकारियों ने तकनीकी निगरानी शुरू की और कई स्थानों पर छापे मारे। आख़िरकार उन्हें आंध्र प्रदेश संपर्क क्रांति एक्सप्रेस से तिरूपति यात्रा के दौरान गिरफ्तार कर लिया गया।
रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) और सरकारी रेलवे पुलिस (जीआरपी) की सहायता से, नाथ को तिरुपति रेलवे स्टेशन पर हिरासत में लिया गया।
इसके बाद पुलिस टीम नाथ को वापस दिल्ली ले गई, जहां उन्हें बुधवार को तीस हजारी कोर्ट में ड्यूटी मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया और न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।