विवादास्पद यूट्यूबर एल्विश यादव को पिछले साल नोएडा में एक पार्टी में मनोरंजक दवा के रूप में सांप के जहर के संदिग्ध उपयोग की जांच के सिलसिले में उत्तर प्रदेश पुलिस ने रविवार को गिरफ्तार किया है।
सूरजपुर की एक विशेष अदालत ने बाद में उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
पुलिस ने पिछले साल नवंबर में एल्विश
सहित छह लोगों के खिलाफ वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972, भारतीय दंड संहिता की धारा 120 बी (आपराधिक साजिश में भाग लेना), 284 (जहर से संबंधित लापरवाहीपूर्ण आचरण जो मानव सुरक्षा को खतरे में डालता है) और 289 (जानवरों के संबंध में लापरवाहीपूर्ण आचरण) के प्रावधानों के तहत प्राथमिकी दर्ज की थी।
सपेरों के रूप में पहचाने गए अन्य पांच आरोपियों को नवंबर में गिरफ्तार किया गया था और अब वे जमानत पर बाहर हैं।
पुलिस द्वारा मामले में नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस (एनडीपीएस) अधिनियम के प्रावधानों के तहत आरोप जोड़ने के बाद यादव को गिरफ्तार कर लिया गया।
पुलिस उपायुक्त (नोएडा) विद्या सागर मिश्रा ने लीगली स्पीकिंग को कहा की, “मामले में पूछताछ के लिए एल्विश यादव को बुलाया गया था। मामले में एनडीपीएस अधिनियम से जुड़े सबूतों सहित पर्याप्त सबूत पाए जाने के बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया था। आगे की जांच चल रही है।”
मामला पिछले साल 3 नवंबर को नोएडा में एक पार्टी में पुलिस की छापेमारी से जुड़ा है, जिसमें पुलिस को मेहमानों द्वारा नशे के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला सांप का जहर मिला था। 3 नवंबर को सेक्टर 51 में एक बैंक्वेट हॉल से पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया था और उनके कब्जे से पांच कोबरा सहित नौ सांपों को बचाया गया था, जबकि 20 मिलीलीटर संदिग्ध सांप का जहर भी जब्त किया गया था।