तिहाड़ जेल ऑथोरिटी ने बुधवार दिल्ली की कड़कड़डूमा कोर्ट में एक रिपोर्ट दाखिल कर कहा कि दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) के पूर्व पार्षद ताहिर हुसैन को मोतियाबिंद सर्जरी की जरूरत है। ताहिर हुसैन सन् 2020 में दिल्ली में हुए दंगों का मुख्य आरोपी है।
दरअसल, ताहिर हुसैन ने एक अर्जी दाखिल कर एक निजी अस्पताल में इलाज कराने के लिए मेडिकल आधार पर कस्टडी पैरोल मांग की है। वह दंगों के कई मामलों में आरोपी है। वह दिल्ली दंगों के कथित वित्त पोषण के लिए मनी लॉन्ड्रिंग मामले में भी आरोपी है।
कड़कड़डूमा कोर्ट के अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश अमिताभ रावत ने मामले को 21 जनवरी को सुनवाई के लिए सूचीबद्ध किया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि ताहिर हुसैन को अपनी बाईं आंख में मोतियाबिंद की सर्जरी की जरूरत है। जेल अधिकारी पहले उसे सर्जरी के लिए एक सरकारी अस्पताल में भेज रहे थे, जिसे उसने अंततः मना कर दिया। उसने अदालत को बताया कि वह एक निजी अस्पताल में सर्जरी करवाना चाहता है।
पिछली सुनवाई में कड़कड़डूमा कोर्ट के अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश अमिताभ रावत ने आरोपी ताहिर हुसैन की याचिका पर जेल अधिकारियों से मेडिकल रिपोर्ट मांगी थी।