दिल्ली नगर निगम मेयर चुनाव मामला एक बार फिर देश की सबसे बड़ी अदालत की दहलीज पर पहुंच गया है। आम आदमी पार्टी ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल कर दिल्ली नगर निगम में मेयर चुनाव की तारीखों की जल्द घोषणा की मांग की है। आप ने अपनी याचिका में मनोनीत पार्षदों को वोट डालने से रोकने की भी मांग की है। मंगलवार को आप के वकील ने सुप्रीम कोर्ट के मुख्यन्यायधीश डीवाई चंद्रचूड़से याचिका पर जल्द सुनवाई की गुहार लगाई है। जिस पर सीजेआई ने कहा याचिका पर कल यानी बुधवार को सुनवाई करेंगे।
दरअसल, सोमवार को दिल्ली नगर निगम के सदन में भारी हंगामे के चलते मेयर चुनाव एक बार फिर टल गया। आम आदमी के पार्षदों ने मनोनीत पार्षदों के वोट डालने के फैसले पर नाराजगी जताते हुए इसका विरोध किया। वहीं बीजेपी ने आम आदमी पार्टी पर यह आरोप लगाया कि उसके दो पार्षदों को अदालत ने दोषी करार दिया है। ऐसे में वो वोट नहीं डाल सकते। जिसके बाद सदन की कार्यवाही स्थगित हो गई। नियम के मुताबिक दिल्ली के उप राज्यापाल यह तय करेंगे कि मेयर पद का अगला चुनाव कब होगा।
इससे पहले भी दो बार मेयर चुनाव हंगामे की भेंट चढ़ चुका है। आठ दिसंबर को दिल्ली नगर निगम के आए नतीजों में आम आदमी पार्टी ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की थी तो वहीं पिछले 15 सालों से निगम की सत्ता पर काबिज बीजेपी को मात्र 104 सीटों पर ही संतोष करना पड़ा था।