‘काली’ पोस्टर विवाद’ को लेकर फिल्म निर्माता लीना मणिमेकलई को सोमवार को सुप्रीम कोर्ट से बड़ी राहत मिल गई है। लीना मणिमेकलाई की गिरफ्तारी पर सुप्रीम कोर्ट ने अगले आदेश तक रोक लगा दी है। सुप्रीम कोर्ट ने राज्य सरकारों को कहा जिन्होंने जवाब दाखिल नही किया है वो जवाब दाखिल कर दें। पिछली सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट ने उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश, उत्तराखंड और दिल्ली सरकार को नोटिस जारी किया था।
पिछली सुनवाई में लीना की वकील कामिनी जायसवाल ने कहा कि लीना एक प्रसिद्ध फिल्ममेकर है। उनके खिलाफ 6 मुकदमे दर्ज है, जिसमें उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश, उत्तराखंड, दिल्ली में कुल 6 मुकदमे दर्ज कराए गए हैं। इतना ही नही लुक आउट सर्कुलर भी जारी किया गया है।
लीना मणिमेकलाई ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर अपने खिलाफ अलग अलग राज्यों में दर्ज मुकदमे को रद्द करने की मांग की है। विवादित फ़िल्म निर्माता लीना ने देवी काली को हिंदू देवता के शीर्षक वाली डॉक्यूमेंट्री के एक पोस्टर में सिगरेट पीते हुए दिखाया गया है।लीना की तरफ से सुप्रीम कोर्ट में दायर याचिका में काली शीर्षक वाली उनकी डॉक्यूमेंट्री के पोस्टर को लेकर अलग अलग राज्यों में उनके खिलाफ दर्ज सभी एफआईआर को रद्द करने की मांग की गई है। डॉक्यूमेंट्री के पोस्टर के खिलाफ दिल्ली, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और उत्तराखंड में लीना के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।
लीना ने अपनी याचिका मे दलील दी है कि उसने किसी भी व्यक्ति की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का प्रयास नहीं किया। लीना ने दावा किया है कि डॉक्यूमेंट्री के पोस्टर को ट्वीट करने के बाद उनके और उनके परिवार के खिलाफ धमकी भरे फोन भी आए थे।