उत्तराखंड के चर्चित अंकिता भंडारी हत्याकांड में सीबीआई जांच को लेकर दाखिल याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने उत्तराखंड सरकार से जवाब मांगा है। सुप्रीम कोर्ट में दाखिल अर्जी में कहा गया है अंकिता भंडारी हत्याकांड मामलें राज्य सरकार के द्वारा बनाई गई SIT से पीड़ित परिवार सन्तुष्ट नही है।अब इस मामले की सुनवाई दो हफ्ते बाद होगी।
हालांकि, एसआईटी इस मामले में 500 पेज की चार्जशीट तैयार कर चुकी है। वहीं, अंकिता भंडारी हत्याकांड को लेकर गैरसैंण बजट सत्र में भी जमकर हंगामा हुआ है। पौड़ी की बेटी अंकिता को न्याय दिलाने के लिए कांग्रेस ने विधानसभा के बाहर प्रदर्शन किया और मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग की है। दरअसल, उत्तराखंड कांग्रेस अंकिता भंडारी हत्याकांड को लेकर लगातार सरकार को घेर रही है और लगातार न्याय की मांग करते हुए पूरे मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग कर रही है।
पौड़ी की रहने वाली अंकिता भंडारी ऋषिकेश के वनंत्रा रिसॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट थी और उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट 21 सितंबर 2022 को पौड़ी राजस्व पुलिस के समक्ष दर्ज कराई गई थी, जिसके बाद 23 सितंबर को पूरा मामला पौड़ी की रेगुलर पुलिस को ट्रांसफर कर दिया गया। जब रेगुलर पुलिस ने मामले में आरोपियों से पूछताछ की तो पुलिस को दिए बयान में उन्होंने कहा कि 18 सितंबर 2022 को उन्होंने अंकिता को ऋषिकेश के चीला नहर में धक्का दे दिया है। जिसके बाद पुलिस ने खोजबीन चलाते हुए 24 सितंबर को उसकी लाश नहर से बरामद की थी। वहीं, पूरे मामले में तीन आरोपी पुलकित आर्य, सौरभ और अंकित जेल में बंद हैं।