एयर इंडिया के विमान में ‘पेशाब की घटना’ मामले में पीड़िता ने अब सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। पीड़िता ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल कर पीड़िता ने नागर विमान महानिदेशालय और एयरलाइन कंपनियों को यात्रियों के दुर्व्यवहार की घटनाओं से निपटने के लिए वैधानिक अनिवार्य मानक संचालन प्रक्रियाएं बनाने की मांग की है। साथ ही नियमों को निर्धारित करने के निर्देश देने की मांग की है। इतना ही नही पीड़िता ने अंतरराष्ट्रीय उड़ानों में शराब परोसने की सीमा निर्धारित करने और घटना की मीडिया कवरेज़ पर रोक की मांग की है।
याचिका में दावा किया गया है कि घटना की मीडिया रिपोर्टिंग पीड़ित और आरोपी दोनों को पूर्वाग्रह से ग्रसित करती है। पीड़िता ने अपनी याचिका में मांग की है कि कंपनियां हवाईअड्डों और विमानों में अनियंत्रित व्यवहार से निपटने के लिए प्रक्रियाएं निर्धारित करें और यह सुनिश्चित करें कि वे डीजीसीए के मानदंडों के अनुपालन में हो।
याचीका में यह भी मांग की गई कि श्रेणी के आधार पर बिना किसी भेदभाव के, परोसी जाने वाली शराब की मात्रा पर सीमा निर्धारित की जाए। इतना ही नही पटियाला हाउस कोर्ट में चल रही इस मामले की कार्यवाही की मीडिया रिपोर्टिंग पर रोक लगाई जाए।
दरसअल एयर इंडिया के विमान में महिला से दुर्व्यवहार की घटना पिछले साल 26 नवंबर, 2022 की है। एयर इंडिया की न्यूयॉर्क-नई दिल्ली उड़ान की ‘बिजनेस श्रेणी’ में सफर कर रहे नशे में धुत शख्स ने करीब 70 साल एक महिला सहयात्री पर कथित तौर पर पेशाब कर दिया था।