अमृतसर की बाबा बकाला अदालत ने हाल ही में को वारिस पंजाब दे के स्वंयभू मुखिया अमृतपाल सिंह के चार सहयोगियों को 23 मार्च तक पुलिस हिरासत में भेज दिया। इन चारों के नाम भूपिंदर सिंह, गुरप्रीत सिंह, सुखमनजीत सिंह और हरप्रीत सिंह हैं।
आरोपी के वकील, एडवोकेट हरप्रीत शेखों ने मीडिया को बताया कि “खिलचियां पुलिस स्टेशन में भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 279, 506, 636 और 186 के तहत एक प्राथमिकी संख्या 26 दर्ज की गई थी।
इन्हीं प्राथमिकियों के आधार पर कोर्ट ने चारों को 23 मार्च तक हिरासत में दे दिया है। ऐसा भी संदेह व्यक्त किया जा रहा है कि अमृतपाल बाया नेपाल पाकिस्तान भाग सकता है इसलिए नेपाल सीमा पर स्थित सुरक्षा चौकियों पर निगरानी बढ़ा दी गई है। इससे पहले दिन में, पंजाब के पुलिस महानिरीक्षक (आईजीपी) सुखचैन सिंह गिल ने संदेह व्यक्त किया था कि उन्हें ‘वारिस पंजाब दे’ को आईएसआई और अन्य विदेशी स्रोतोम से पैसा मिल रहा है। अमृत पाल के गिरोह से संबंधित अब तक 114 लोगों को गिरफ्तार किया गया है जबकि भगोड़े अमृतपाल की तलाश की जा रही है।
उन्होंने कहा, “अब तक 114 तत्वों को गिरफ्तार किया गया है, जिन्होंने शांति और सद्भाव को बिगाड़ने का प्रयास किया। उनमें से कुल 78 को पहले दिन गिरफ्तार किया गया, 34 को दूसरे दिन और बाकी को कल रात गिरफ्तार किया गया।”
इस बीच, उन्होंने कहा कि गिरफ्तार किए गए पांच लोगों (डिब्रूगढ़ भेजे जा रहे) के खिलाफ एनएसए (राष्ट्रीय सुरक्षा कानून) लगाया गया है।
इसके अलावा, उन्होंने यह भी कहा कि खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह के चार करीबी सहयोगियों के बाद, जिन्हें हिरासत में लिया गया था और असम के डिब्रूगढ़ ले जाया गया था, एक और बंदी, हरजीत सिंह, खालिस्तान समर्थक अमृत पाल सिंह के चाचा को भी डिब्रूगढ़ ले जाया गया है।
आईजीपी सुखचैन सिंह गिल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म और मीडियाकर्मियों से भी आग्रह किया कि वे किसी भी खबर को साझा करने से पहले उसकी फेक जांच कर लें। आईजीपी गिल ने दोहराया कि भगोड़ा अमृतपाल सिंह अभी भी फरार है। पुलिस उसे पकड़ने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। कई अफवाहें फैलाई जा रही हैं। पंजाब पुलिस स्पष्ट रूप से कह रही है कि गिरफ्तारी अभी बाकी है और उसे गिरफ्तार करने के प्रयास जारी हैं।”
‘वारिस पंजाब दे’ स्वंयभू प्रमुख अमृतपाल सिंह द्वारा भागने के लिए इस्तेमाल किया गया वाहन भी पंजाब पुलिस द्वारा कई अन्य वाहनों और गोला-बारूद के साथ जब्त किया गया था।
इस बीच, अमृतसर के जल्लूपुर खेड़ा गांव में अमृतपाल सिंह के आवास के बाहर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। पुलिस के अनुसार, राज्य भर में सुरक्षा भी बढ़ा दी गई है।
पुलिस ने कानून व्यवस्था बनाए रखने और लोगों में विश्वास जगाने के लिए राज्य के विभिन्न हिस्सों में फ्लैग मार्च भी किया।