सुप्रीम कोर्ट से कोई राहत न मिले के बाद भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) एमएलसी के कविता मंगलवार को दिल्ली शराब नीति मामले में पूछताछ के लिए प्रवर्तन निदेशालय के कार्यालय पहुंचीं। के.कविता से पूछताछ में ईडी की कई महिला अधिकारी भी शामिल हैं।
ईडी ने कल दिल्ली शराब नीति मामले में उनकी कथित भूमिका के संबंध में उनसे 10 घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की।
16 मार्च को संघीय एजेंसी द्वारा मामले में जारी जांच में शामिल होने के लिए बीआरएस नेता को एक नया समन जारी करने के बाद सोमवार को कविता ईडी के सामने पेश हुईं। कविता ने पहलो को सुप्रीम कोर्ट में लंबित एक याचिका का हवाला देते हुए ईडी की पूछताछ में शामिल होने से इनकार कर दिया था।
कविता ने जांच एजेंसी से यह कहा था कि मामला अभी भी शीर्ष अदालत के समक्ष लंबित है,इसलिए वो उनके समक्ष पेश नहीं होंगी।
सुप्रीम कोर्ट ईडी के समन को चुनौती देने वाली उनकी याचिका पर 24 मार्च को सुनवाई के लिए राजी हो गया था, लेकिन उन्हें अंतरिम राहत देने से इनकार कर दिया था। इसलिए उन्हें मजबूरन ईडी के कार्यालय पर होने वाली पूछताछ में शामिल होना पड़ा।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार ईडी को पता चला है कि हैदराबाद के व्यवसायी अरुण रामचंद्र पिल्लई कथित घोटाले में प्रमुख व्यक्तियों में से एक हैं, जिसमें भारी रिश्वत का भुगतान और दक्षिण समूह का सबसे बड़ा कार्टेल का गठन शामिल है।
साउथ ग्रुप में तेलंगाना एमएलसी कविता, सरथ रेड्डी (अरबिंदो ग्रुप के प्रमोटर), मगुंटा श्रीनिवासुलु रेड्डी (एमपी, ओंगोल), उनके बेटे राघव मगुन्टा और अन्य शामिल हैं। संघीय एजेंसी की जांच से पता चला है कि साउथ ग्रुप का प्रतिनिधित्व पिल्लई, अभिषेक बोइनपल्ली और बुच्ची बाबू कर रहे थे।
पिल्लई अपने सहयोगियों के साथ दक्षिण समूह और आम आदमी पार्टी (आप) के एक नेता के बीच राजनीतिक समझ को निष्पादित करने के लिए विभिन्न व्यक्तियों के साथ समन्वय कर रहे थे। ईडी की जांच में दिल्ली की कंपनियों से हुआ खुलासा
ईडी ने पहले कहा था कि साउथ ग्रुप ने आप नेताओं को 100 करोड़ रुपये की रिश्वत दी थी।