भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह की मुश्किलें आने वाले समय में बढ़ सकती है। बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की मांग को लेकर धरने पर बैठीं महिला पहलवानों ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की है। विनेश फोगाट समेत 7 महिला पहलवानों ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल कर कहा है कि दिल्ली के कनॉट प्लेस थाने में शिकायत देने के बावजूद एफआईआर नहीं दर्ज हुई है। सोमवार को सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ के समक्ष महिला पहलवानों के वकील ने जल्द सुनवाई की मांग की। जिसपर सीजेआई ने कहा कि मंगलवार को मामले को फिर से मेंशन करें। दरसअल
कुश्ती संघ और पहलवानों के बीच एक बार फिर ठन गई है। ढाई महीने पहले पहलवानों (बजरंग पूनिया, विनेश फौगाट और साक्षी मलिक) ने कुश्ती संग के अध्यक्ष ब्रजभूषण पर संगीन आरोप लगाए थे। रविवार को एक बार फिर पहलवानों ने अपने उन्हीं आरोपों को दोहराया है, साथ ही जंतर-मंतर से धरने का ऐलान भी किया है. शाम चार बजे हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में विनेश फोगाट, साक्षी और बजरंग पूनिया के साथ बैठ पहलवानों ने कुश्ती फेडरेशन के खिलाफ हुंकार भरी और ऐलान किया कि जब तक न्याय नहीं मिल जाता, वह यहां जंतर-मंतर पर रहेंगे।
वही यौन उत्पीड़न मामले में एफआईआर नहीं करने पर दिल्ली महिला आयोग ने दिल्ली पुलिस को नोटिस जारी कर दिया है। आयोग ने कहा कि उसे दो दिन पहले भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण सिंह द्वारा महिला पहलवानों के साथ यौन उत्पीड़न की शिकायत मिली है। दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने मामले में डीसीपी, नई दिल्ली डिस्ट्रिक्ट-दिल्ली पुलिस को नोटिस जारी कर 25 अप्रैल तक कार्रवाई की रिपोर्ट और गिरफ्तारियों का ब्योरा मांगा है। आयोग ने एफआईआर दर्ज करने के बाद इसकी कॉपी मांगी है और दिल्ली पुलिस से एफआईआर दर्ज करने में देरी का कारण भी बताने को कहा है।