आनंद मोहन की रिहाई के खिलाफ दाखिल याचीका सुप्रीम कोर्ट 8 मई को सुनवाई करेगा,जी कृष्णैया की पत्नी उमा ने आनंद मोहन की रिहाई के खिलाफ याचिका दाखिल की है।
बिहार के पूर्व सांसद आनंद मोहन की रिहाई के खिलाफ गोपालगंज के तत्कालीन डीएम जी कृष्णैया पत्नी उमा कृष्णैया की याचीका पर सुप्रीम कोर्ट 8 मई को सुनवाई करेगा। सोमवार को उमा कृष्णैया के वकील ने सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश से जल्द सुनवाई की गुहार लगाई। जिसपर मुख्य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ ने कहा कि वो 8 मई को याचीका पर सुनवाई करेंगे।
दरसअलगोपालगंज के तत्कालीन डीएम जी कृष्णैया की पत्नी उमा कृष्णैया ने आनंद मोहन को फिर से जेल भेजने की मांग की है। उमा कृष्णैया ने बिहार सरकार के उस नोटिफिकेशन को भी रद्द करने की मांग की है जिसका हवाला देते हुए आनंद मोहन सहित नौ अन्य को रिहा किया गया है।
आनंद मोहन की रिहाई के बाद ही उमा ने रिहा करना गलत फैसला है। उन्होंने उसी समय सीएम नितीश कुमार सहित राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री से भी आनंदमोहन की रिहाई का विरोध किया था।
आनंद मोहन की रिहाई पर जी कृष्णैया की बेटी पद्मा ने भी कहा है कि आनंद मोहन सिंह का आज जेल से छूटना हमारे लिए बहुत दुख की बात है। यह सिर्फ एक परिवार के लिए नहीं बल्कि पूरे देश के लिए अन्याय है।
आंध्र प्रदेश के आईएएस एसोसिएशन ने भी गोपालगंज के पूर्व जिलाधिकारी जी कृष्णैया की हत्या के दोषियों की रिहाई पर आपत्ति जताई है और बिहार सरकार से अपने फैसले पर पुनर्विचार करने की अपील की है। बिहार की नीतीश सरकार ने नियम में बदलाव करआनंद मोहन के साथ एक दर्जन जेलों में बंद 27 बंदियों को मुक्त करने का आदेश जारी किया गया था।