दिल्ली की एक अदालत ने सीरियल किलर और बलात्कारी रविंदर कुमार को 6 साल की बच्ची के अपहरण, बलात्कार और हत्या के अपराध के लिए आजीवन कारावास की सजा सुनाई है।
यह मामला 8 साल पहले सामने आया था। इस अपराध की खबर फैलते ही पूरी राजधानी में सनसनी फैल गई थी। पकड़े जाने के बाद पूछताछ में रविंदर ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए जिससे दिल्ली पुलिस दंग रह गई।
अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश सुनील कुमार की अदालत ने गुरुवार को कहा कि 6 साल की बच्ची का 2015 का बलात्कार और हत्या “एक जघन्य कृत्य” था। इसलिए इसके खिलाफ फैसला सुनाते समय कोई नरनी नहीं बरती गई।
जज ने आदेश में लिखा कि “मुझे यह कहने में कोई हिचकिचाहट नहीं है कि दोषी का कृत्य एक प्रीडेटर के कृत्य से कम नहीं था जिसने समाज की अंतरात्मा को झकझोर कर रख दिया है। आरोपी किसी भी तरह से किसी भी तरह की नरमी का पात्र नहीं है।’
कोर्ट ने जिला विधिक सेवा प्राधिकरण को पीड़ित परिवार को मुआवजे के रूप में 15 लाख रुपये देने का भी आदेश दिया।
रविंदर को पहली बार जुलाई 2015 में गिरफ्तार किया गया था। उस समय पुलिस केवल बेगमपुर स्थित अपने आवास से 6 साल की बच्ची के लापता होने की जांच कर रही थी। शक के आधार पर पुलिस ने कंझावला से रविंदर की गिरफ्तारी की थी। यही शक उन्हें घटनास्थल और रवींद्र के कबूलनामे तक ले गई। रवींद्र ने बच्ची का गला घोंटकर हत्या की फिर बलात्कार किया।
पूछताछ के दौरान रविंदर ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए जिससे शहर की पुलिस स्तब्ध रह गई। उसने कहा कि उसने 2007 से 2015 के बीच, आठ साल में कम से कम 36 बच्चों का बलात्कार या हत्या कर दी थी।
पुलिस अधिकारियों ने कहा कि उनके अपराधों ने एक समान पैटर्न का पालन किया। वह “नशे में हो जाता, एक नाबालिग की तलाश करता, केवल तीन उंगलियों से उनका गला घोंट देता, और फिर उनका बलात्कार करता”।