राजस्थान के कोटा जिला कोर्ट परिसर में हुई एक वकील ने मण्डप और हवनकुण्ड बनाकर अपने क्लाइंट्स की शादी करवा दी। अनोखे तौर-तरीकों से हुई यह शादी शहर में चर्चा का विषय बनी हुई। शादी के बाद दूल्हा-दुल्हन तो निकल गए लेकिन वकील साहब को दण्ड भुगतना पड़ रहा है। दरअसल इन वकील साहब ने अदालत परिसर के अंदर हवन कुंड बनवाया। इसके बाद पंडित को बुलाकर मंत्रोच्चार के साथ युवक-युवती के 7 फेरे करवा दिए। शादी को शूट करने के लिए फोटोग्राफर भी बुलाया गया। उन्होंने शादी का वीडियो भी बनाया। जब अदालत परिसर में हुई शादी के बारे में अभिभाषक परिषद अध्यक्ष को मालूम हुआ तो उन्होंने शादी कराने वाले वकील मनोज जैन को परिषद से निष्कासित कर दिया।
अभिभाषक परिषद महासचिव गोपाल चौबे ने बताया की यह घटना कुछ दिन पहले की है लेकिन जानकारी देर से मिली। बताया जाता है कि वकील मनोज जैन ने कैंटीन के पास वकीलों के चैंबर की गैलरी में हवन कुंड बनवाकर एक जोड़े की शादी करवाई। गर्मी के दिनों में सुबह की कोर्ट है। ज्यादातर वकील 1 बजे तक घर चले जाते है। कुछ वकील अपने काम से कोर्ट में रुक जाते है। मनोज जैन ने ऐसे समय को चुना जब अधिकतर वकील घर जा चुके होते हैं।
ऐसा भी आरोप है कि एडवोकेट गैलरी में शादी का हवनकुण्ड देख कुछ वकीलों ने मनोज जैन को शादी करवाने से रोकने की कोशिश तो मनोज जैन ने उनसे अभद्रता की। मामला संज्ञान में आने के बाद अभिभाषक परिषद की बैठक बुलाई गई। बैठक में सर्वसम्मति से मनोज जैन को परिषद से निष्काषित कर दिया।
अभिभाषक परिषद अध्यक्ष प्रमोद शर्मा ने बताया कि जिस दिन यह शादी हुई उस दिन दोपहर के समय कोर्ट परिसर खाली था। मनोज जैन ने वकीलों के बैठने के लिए बने चेंबर की गैलरी में हवन कुण्ड बनवाकर पंडित से मंत्रोचार करवाकर युवक युवती की शादी करवा दी। इस दुस्साहसिक कदम के लिए कोटा अभिभाषक परिषद ने मनोज जैन को संविदा पर मिलने वाले आर्थिक मानदेय से भी वंचित कर दिया है।