ENGLISH

NHRC ने नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर बिजली के करंट से हुए हादसे पर लिया स्वतः संज्ञान

NHRC

राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने हाल ही में 25 जून, 2023 को नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के परिसर में एक 35 वर्षीय शिक्षिका की बिजली के झटके से हुई मौत से संबंधित एक मीडिया रिपोर्ट पर स्वत: संज्ञान लिया है।

रिपोर्ट के मुताबिक, नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के अजमेरी गेट की तरफ जहां लोग टैक्सियों से उतरते हैं, वहां जलभराव वाले इलाके में उसने सहारे के लिए एक बिजली के खंभे को पकड़ लिया। उसे बचाने के प्रयास में उसकी बहन को भी बिजली का झटका लगा। पीड़ित परिवार का आरोप है कि घटना स्थल से महज कुछ मीटर की दूरी पर थाना होने के बावजूद तुरंत कोई सहायता नहीं दी गई।

एनएचआरसी ने कहा है कि यदि मीडिया रिपोर्ट में दी गई जानकारी सटीक है, तो यह पीड़िता और उसके परिवार के मानवाधिकारों के गंभीर उल्लंघन का संकेत देता है। यह उल्लंघन अधिकारियों की स्पष्ट लापरवाही का परिणाम है, जिसके कारण जलजमाव हुआ और बिजली के तार खुले हुए हैं। ऐसा प्रतीत होता है कि नागरिक और बिजली अधिकारी, साथ ही रेलवे, दोनों नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर इन जीवन-घातक कमियों को पर्याप्त रूप से संबोधित करने में विफल रहे हैं, जो राष्ट्रीय राजधानी में अत्यधिक भीड़-भाड़ वाला सार्वजनिक स्थान है।

इसके अनुसार, एनएचआरसी द्वारा रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष, रेल मंत्रालय, एनसीटी दिल्ली सरकार के मुख्य सचिव और दिल्ली के पुलिस आयुक्त को नोटिस जारी किए गए हैं। नोटिस में 4 सप्ताह की अवधि के भीतर मामले पर एक व्यापक रिपोर्ट मांगी गई है। इस रिपोर्ट में दर्ज प्रथम सूचना रिपोर्ट (एफआईआर) की वर्तमान स्थिति, लापरवाह अधिकारियों-कर्मचारियों के खिलाफ की गई कार्रवाई और प्रभावित परिवार को प्रदान किया गया कोई मुआवजा शामिल होना चाहिए। इसके अतिरिक्त, आयोग  ने भविष्य में इसी तरह की घटनाओं को रोकने के लिए अधिकारियों द्वारा लागू किए जा रहे या योजनाबद्ध उपायों के बारे में जानकारी  मांगी है।

26 जून, 2023 को प्रकाशित मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, घटना 25 जून, 2023 को सुबह लगभग 5.30 बजे हुई। पूर्वी दिल्ली के प्रीत विहार में रहने वाला परिवार वंदे भारत एक्सप्रेस में सवार होकर चंडीगढ़ जा रहा था। पीड़िता के परिवार के सदस्यों के बयानों के अनुसार, कुछ टैक्सी और ऑटो चालकों से सहायता मिलने तक वह 20-25 मिनट तक जमीन पर पड़ी रही। वे पीड़िता के 9 वर्षीय बेटे और 7 वर्षीय बेटी को बचाने में कामयाब रहे, जो उसके पास खड़े थे। इसके बाद पीड़िता को टैक्सी से अस्पताल पहुंचाया गया जहां उसकी मौत होगई।

Recommended For You

About the Author: Ashish Sinha

-Ashish Kumar Sinha -Editor Legally Speaking -Ram Nath Goenka awardee - 14 Years of Experience in Media - Covering Courts Since 2008

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *