
मणिपुर को लेकर सुप्रीम कोर्ट में एक और पिटीशन दाखिल की गई है। यह पिटीशन घटना की पीडिताओं ने दाखिल की है। पीड़िताओं ने सुप्रीम कोर्ट से अपनी पहचान उजागर न किए जाने की गुहार लगाते हुए अर्जी दाखिल की है।
जातीय हिंसा की घटनाओं के बीच मणिपुर के नोंगपॉक सेकमई इलाके में चार मई को इन महिलाओं से दुष्कर्म करने के बाद निर्वस्त्र कर सरे आम घुमाया गया। इस घटनाक्रम का वीडीओ बनाकर रिलीज किया गया जो वायरल हो चुका है। सुप्रीम कोर्ट ने इस पर स्वत: संज्ञान लिया है। सरकारों से जवाब मांगा है। सीधे पीड़िताओं का सुप्रीम कोर्ट तक आना और घटना की जांच, दोषियों को सजा और अपनी पहचान उजागर न किए जाने की सुप्रीम कोर्ट से गुहार लगाना इसकी मार्मिकता और गंभीरता बताता है।
हालांकि, केंद्र सरकार सुप्रीम कोर्ट में एक हलफनामा देकर मणिपुर में उठाए गए सुरक्षा के कदमों की जानकारी दी है।