बुधवार को सरकारी सूत्रों के अनुसार, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बामनोली भूमि अधिग्रहण मामले में मुख्य सचिव नरेश कुमार की “प्रथम दृष्टया मिलीभगत” का आरोप लगाने वाली सतर्कता मंत्री आतिशी की रिपोर्ट उपराज्यपाल वीके सक्सेना को भेज दी है।
सतर्कता मंत्री आतिशी द्वारा मंगलवार को केजरीवाल को सौंपी गई रिपोर्ट में दक्षिण पश्चिम दिल्ली के बामनोली गांव में 19 एकड़ भूमि के अधिग्रहण में कथित भ्रष्टाचार के कारण कुमार को उनके पद से हटाने की सिफारिश की गई है।
सूत्रों के मुताबिक, केजरीवाल ने सतर्कता मंत्री को केंद्रीय जांच ब्यूरो और प्रवर्तन निदेशालय दोनों को रिपोर्ट भेजने का निर्देश दिया है। रिपोर्ट में तर्क दिया गया है कि भूमि अधिग्रहण का मुआवजा 41 करोड़ रुपये से बढ़ाकर 353 करोड़ रुपये कर दिया गया, जबकि सौदे में “अनुचित लाभ का पैमाना” 897 करोड़ रुपये से अधिक होने का दावा किया गया।
मुख्य सचिव कुमार ने इस मामले में किसी भी गलत काम से इनकार किया है, और अपने खिलाफ आरोपों को निहित स्वार्थ वाले व्यक्तियों द्वारा “कीचड़ उछालने” के रूप में वर्णित किया है, जिन्हें भ्रष्टाचार के मामलों में सतर्कता कार्रवाई का सामना करना पड़ा था।
सतर्कता मंत्री की रिपोर्ट एक शिकायत की जांच से उपजी है जिसमें आरोप लगाया गया था कि मुख्य सचिव के बेटे को बामनोली में लाभान्वित भूमि मालिकों से संबंधित एक व्यक्ति द्वारा नियुक्त किया गया था।