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फिल्म ‘फ़राज़’ की तय समय पर होगी रिलीज़, दिल्ली HC ने रोक लगाने से किया इनकार

दिल्ली उच्च न्यायालय ने गुरुवार को फिल्म निर्माता हंसल मेहता की फिल्म फ़राज़ की रिलीज़ पर रोक लगाने से इनकार कर दिया, जो 1 जुलाई, 2016 को बांग्लादेश के ढाका में होली... Read more »

विवाह के बगैर प्रेम प्रसंग में लड़की 29 हफ्ते से गर्भवती: गर्भपात की याचिका पर SC ने एम्स को दी विशेष जिम्मेदारी

विवाह के बगैर प्रेम प्रसंग में गर्भवती हुई युवती के 29 हफ्ते का गर्भ गिराने की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने विशेषाधिकार का इस्तेमाल करते हुए सरकार और अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान... Read more »

मनीष गुप्ता मौत मामला: दिल्ली HC ने यूपी के 5 पुलिसकर्मियों को हत्या के आरोपों से मुक्त करने के आदेश पर लगाई रोक

दिल्ली उच्च न्यायालय ने कानपुर के व्यवसायी मनीष गुप्ता की मौत के मामले में उत्तर प्रदेश पुलिस के पांच कर्मियों को हत्या के आरोप से मुक्त करने के आदेश पर रोक लगा... Read more »

मेघदूत गार्डन घोटाला: इंदौर कोर्ट ने 3 पूर्व पार्षदों समेत 9 को दोषी करार ठहराया

मध्य प्रदेश की इंदौर कोर्ट ने 19 साल पुराने मेघदूत गार्डन घोटाला मामले में बुधवार को तीन पूर्व पार्षदों सूरज केरो, राजेंद्र सोनी और कैलाश यादव समेत नौ लोगों को दोषी करार... Read more »
Delhi High Court

दिव्‍यांग नाबालिग को बीमा कवर देने से इनकार करने पर याचिका पर दिल्ली हाईकोर्ट ने केंद्र को नोटिस जारी किया

दिव्‍यांग नाबालिग को स्वास्थ्य बीमा देने से इनकार करने वाली याचिका पर दिल्ली उच्च न्यायालय ने बीमा लोकपाल कार्यालय और सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय को नोटिस जारी किया है। न्यायमूर्ति प्रतिभा... Read more »
Delhi High Court

दिल्ली हाईकोर्ट ने लेबर कोर्ट को स्थानांतरित करने के खिलाफ जनहित याचिका पर केंद्र से जवाब मांगा

दिल्ली उच्च न्यायालय ने केंद्र सरकार के औद्योगिक न्यायाधिकरण सह श्रम न्यायालय को राउज एवेन्यू जिला अदालत परिसर से केंद्र सरकार द्वारा निर्मित एक नए भवन द्वारका में स्थानांतरित करने के खिलाफ... Read more »

बजट भाषण में जेल में बंद लोगों के लिए बड़ा ऐलान: गरीब बंदियों की जमानत के लिए पैसे देगी सरकार

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने लोकसभा में बजट भाषण के दौरान जेल में बंद गरीबों के लिए भी वित्तीय सहायता देने का ऐलान किया है। सीतारमण ने कहा कि बहुत से ऐसे... Read more »

झारखंड बोकारो कोर्ट: सामूहिक दुष्कर्म मामले में 2 व्यक्तियों को मिली 25 साल की सजा!

झारखंड की बोकारो कोर्ट ने सामूहिक दुष्कर्म के मामले में मंगलवार को 2 व्यक्तियों को 25 वर्ष के कठोर कारावास की सजा सुनाई है। मामला बोकारो के चंदन कियारी थाने में दर्ज... Read more »
Court at a glance

Court at a Glance: व्हाट्सएप प्राइवेट पॉलिसी, ऑगस्टा वेस्टलेंड और यूनिटेक पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई

अररिया के निलंबित जज, आगस्टा वेस्टलेंड और कंज्यूफोरम पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होगी। इसके अलावा अदालतों में और किन-किन मामलों की होगी सुनवाई देखें कोर्ट एट ए ग्लांसः Read more »
देश के पूर्व कानून मंत्री शांति भूषण 97 साल की अवस्था में निधन हो गया। उन्होंने अपने नोएडा स्थित अपने आवास पर अंतिम सांस ली। पिछले कुछ दिनों से शांति भूषण काफी बीमार चल रहे थे। उनके बड़े बेटे और बरिष्ट वकील प्रशांत भूषण के मुताबिक शांति भूषण गुर्दे की बीमारी के साथ साथ उम्र संबंधित स्वास्थ्य समस्याओं से भी पीड़ित थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनको श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए ट्वीट किया कि श्री शांति भूषण जी को कानूनी क्षेत्र में उनके योगदान और समाज के हाशिए पर आए वंचितों के लिए आवाज उठाने के जुनून के लिए हमेशा याद किया जाएगा। उनके निधन से दुख हुआ है और उनके परिवार के प्रति संवेदनाएं। शांति भूषण को निकट से जानने वालों के लिए उनके व्यक्तित्व में तीन अद्भुत गुणों का संगम था। एक वकील, एक राजनेता और एक सामाजिक कार्यकर्ता। वकील हुए तो देश की प्रधानमंत्री के चुनाव को शून्य करवा दिया। समाजवादी नेता राजनारायण के वकील होकर अपने अकाट्य तर्कों की बदौलत अदालत से इंदिरा गांधी का चुनाव अवैध घोषित करवा दिया था। परिणाम हुआ देश में आपातकाल लग गया। हालांकि शांति भूषण ने 1993 में मुंबई बम धमाकों के अभियुक्तों और बाद में संसद पर हमला करने वाले आतंकी शौकत हुसैन की पैरवी भी की थी। अरुंधति रॉय के खिलाफ जब कोर्ट की अवमानना का मुकदमा चला तो शांति भूषण रॉय की पैरवी करते दिखे। बिरला परिवार के संपत्ति विवाद में वो राजेंद्र एस लोढ़ा की पैरवी में अदालत की चौखट पर दिखे तो पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा की भी उन्होंने पैरवी की। आपातकाल खत्म हुआ जनता पार्टी की सरकार आई। हालांकि जनता पार्टी बनी तो शांति भूषण कांग्रेस को छोड़कर जनता पार्टी में शामिल हो गए। इसके साथ आया शांतिभूषण का नया रूप। वो नया रूप राजनेता का देश के सामने आया देश के कानून मंत्री बने।  1977 से 1979, ढाई साल तक वो इस पद पर रहे। राज्यसभा के सदस्य के तौर पर वो केंद्रीय मंत्रिमंडल के सदस्य रहे। वो भाजपा में भी रहे। सन् 1980 में वे भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए थे।  परन्तु 1986 में जब भारतीय जनता पार्टी ने एक चुनाव याचिका पर उनकी सलाह नहीं मानी तो उन्होंने भाजपा से त्यागपत्र दे दिया था। इसके बाद 1980 के दशक से शांति भूषण का एक और रूप दिखा सामाजिक कार्यकर्ता का। सेंटर फॉर पब्लिक इंटरेस्ट लिटिगेशन यानी सीपीआईएल के संस्थापकों की कतार में सबसे आगे खड़े दिखे शांति भूषण। जस्टिस तारकुंडे, जस्टिस सच्चर आदि के साथ कदम और आवाज मिलाते हुए दिखे।उसके बाद आया अन्ना हजारे का लोकपाल आंदोलन जहाँ शांति भूषण वहां भी अपनी भूमिका अपने आप निभाने लगे। लोकपाल का पूरा मसौदा ड्राफ्ट किया। आंदोलन के बाद जब राजनीतिक दल बनाने की बात आई तो शांतिभूषण ने अरविंद केजरीवाल को सलाह, हौसला और एक करोड़ रुपए नकद भी दिए थे। देश के जाने माने विधि न्याय शास्त्र और संविधान विशेषज्ञ शांति भूषण अपनी शर्तों पर जिए थे। उत्तर प्रदेश के संगम नगरी इलाहाबाद में 11 नवंबर 1925 को जन्मे शांति भूषण को 2009 में इंडियन एक्सप्रेस की ओर से जारी भारत के सौ शक्तिशाली हस्तियों में 74 वें नंबर पर स्थान दिया था। लेकिन किसी भी विषय पर मुखरता से अपनी बात रखने में को हमेशा अव्वल नंबर पर ही रहे। Outlook for Android

पूर्व कानूनमंत्री शांतिभूषण का निधन, नोएडा स्थित आवास पर ली आखिरी सांस

देश के पूर्व कानून मंत्री शांति भूषण 97 साल की अवस्था में निधन हो गया। उन्होंने अपने नोएडा स्थित अपने आवास पर अंतिम सांस ली।पिछले कुछ दिनों से शांति भूषण काफी बीमार... Read more »