देश भर की अदालतों में हिंडनबर्ग, बीबीसी डॉक्युमेंटरी और आसाराम बापू जैसे मुद्दे देश भर में सुने जाएंगे, बाकी और कौन-कौन से मुद्दे रहेंगे चर्चा में, जानने के लिए देखते हैं कोर्ट एट ए ग्लांसः
- अडानी की कंपनियों पर हिंडनबर्ग रिपोर्ट को लेकर दाखिल याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट सुनवाई करेगा।
वकील विशाल तिवारी और वकील मनोहर लाल शर्मा ने याचिका दायर की है। विशाल तिवारी ने सुप्रीम कोर्ट की रिटायर्ड जज की अध्यक्षता में SIT बनाकर मामले की जांच कराने की मांग की है। जबकि मनोहर लाल शर्मा ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल कर निर्दोष निवेशकों का शोषण और उनके साथ धोखाधड़ी करने के लिए शार्ट सेलर के खिलाफ जांच किए जाने की मांग की है। याचिका में हिंडनबर्ग रिसर्च के संस्थापक नाथन एंडरसन और भारत में उनके सहयोगियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 420 और 120बी और सेबी के तहत एफआईआर दर्ज करने की मांग की है।
- गुजरात दंगों पर बनी बीबीसी की विवादास्पद डॉक्युमेंट्री पर लगे बैन को लेकर दायर याचिका पर सुप्रीम कोर्ट सुनवाई करेगा। यह याचिका हिन्दू सेना की ओर से दायर की गई है… जिसमे BBC की डाक्यूमेंट्री पर बैन जारी रखने की मांग की गई है। हिंदू सेना ने भारत में ब्रिटिश ब्रॉडकास्टिंग कॉरपोरेशन के कामकाज पर रोक लगाने और बीबीसी पर भारत में बैन लगाने की मांग की है।.हिंदू सेना की याचिका में कहा गया है कि बीबीसी द्वारा भारत की एकता और अखंडता तोड़ने की साजिश की जांच एनआईए द्वारा करवाई जानी चाहिए। और भारत में बीबीसी पर बैन लगाया जाना चाहिए।
- मनरेगा घोटाले की आरोपी झारखंड की निलंबित आईएएस पूजा सिंघल की जमानत अर्जी पर सुप्रीम कोर्ट सुनवाई करेगा। हालांकि पिछली सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट ने पूजा सिंघल को एक माह की अंतरिम जमानत दी थी, जिसके बाद उन्होंने 4 फरवरी को निचली अदालत में सरेंडर किया था और यहां से उन्हें वापस जेल भेज दिया गया।
- रेप के मामले मे जोधपुर में सजा काट रहे आसाराम बापू की ओर से दायर जमानत याचिका पर सुप्रीम कोर्ट 10 फरवरी को सुनवाई करेगा। जमानत अर्जी में आसाराम ने यह भी कहा है कि वे पिछले 9 सालों से जेल में बंद हैं। उनकी उम्र 80 साल से ऊपर हो गई है। वे लगातार गंभीर बीमारियों से ग्रसित हैं। आंकड़े बताते हैं कि कम से कम 15 बार आसाराम ने कोर्ट में जमानत याचिका दायर की है। लेकिन हर बार उनकी याचिका को खारिज किया गया है।
- अजमेर में ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह के मुख्य द्वार के बाहर भड़काऊ बयान और सर तन से जुदा जैसे नारे लगाने के मामले में सुप्रीम कोर्ट सुनवाई करेगा। इस मामले में मुख्य आरोपी गोहर चिश्ती ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह में खादिम है. उसके अलावा तंजीम सिद्धकी, रियाज़ हसन, फखर जमाली, मोइन खान, एहसानुल्लाह, नासिर खान जेल में है।
- लक्ष्मण चंद्रा विक्टोरिया गौरी को मद्रास हाईकोर्ट मे जज के तौर पर नियुक्ति करने के फैसले को चुनौती देने वाली याचिका पर.सुप्रीम कोर्ट कल विस्तार से फैसला सुनाएगा… शपथ के ठीक पहले मद्रास हाईकोर्ट के वकीलों ने विक्टोरिया गौरी की नियुक्ति पर ऐतराज जताया था… वकीलो ने उनको एक.पार्टी विशेष से जुडे होने की दलील देकर नियुक्ति को वापस लेने की मांग की थी.. जबकि सुप्रीम कोर्ट ने इस दलील को खारिज कर दिया था।
- दाउदी बोहरा समाज के बहिष्कार प्रथा के खिलाफ दाखिल याचिका पर सुप्रीम कोर्ट की 5 जजो की संविधान पीठ कल फैसला सुनाएगी… परंपरा के मुताबिक दाऊदी बोहरा समाज में एक मुखिया होता है. जिसे धर्म गुरु कहा जाता है. वो दुनिया के किसी भी कोने में रहें उनके आदेशों को पालन समुदाय के सभी लोगों को करना जरूरी होता है. समुदाय की ओर से सभी सदस्यों को एक पहचान पत्र भी जारी किया जाता है जो उनकी पहचान को पुख्ता करता है. अगर कोई सदस्य धर्म गुरु के आदेशों का पालन नहीं करता है तो उसके खिलाफ एक्शन लिया जाता है..उसके खिलाफ कार्रवाई करते हुए सामाजिक बहिष्कार कर दिया जाता है. उस इंसान को दाऊदी बोहरा समाज से जुड़ी मस्जिद, कब्रिस्तान, मदरसे, सामाजिक और धार्मिक गतिविधियों में शामिल होने की अनुमति नहीं होती. इसे ही बहिष्कार प्रथा के नाम से जाना जाता है।
- पुरी के श्री जगन्नाथ मंदिर के नजदीक ओडिशा सरकार द्वारा कराए जा रहे निर्माण कार्य को लेकर दायर याचिका पर सुप्रीम कोर्ट 10 फरवरी को सुनवाई करेगा।सुप्रीम कोर्ट में कोर्ट की अवमानना का लेकर याचिका दाखिल की गई है। वरिष्ठ वकील इंद्रा जयसिंह ने कहा था कि वहां पर गुरुद्वारे को गिराया जा रहा है, यह कोर्ट के आदेश के खिलाफ है, सुप्रीम कोर्ट ने धार्मिक स्थलों को छोड़ कर वहां पर निर्माण कार्य करने को कहा था , कल से उन परिसरों में शौचालय बनना शुरू हो जाएगा।
- पटना हाई कोर्ट द्वारा निलंबित किए जाने की कार्यवाही को चुनौती देने वाले अररिया के जिला एवं सत्र न्यायाधीश शशिकांत राय की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट 10 फरवरी को सुनवाई करेगा। राय ने दावा किया है कि उनके साथ संस्थागत भेदभाव किया गया है क्योंकि उन्होंने छह वर्षीय बच्ची से दुष्कर्म के पाक्सो के एक मामले में एक दिन में सुनवाई पूरी कर ली थी। इसके अलावा उन्होंने एक और मामले का हवाला दिया है जिसमें उन्होंने चार कार्यदिवसों में आरोपित को मृत्युदंड की सजा सुनाई थी।
- कवियत्री मधुमिता की हत्या के दोषी उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री अमरमणि त्रिपाठी की ओर से दायर याचिका पर सुप्रीम कोर्ट 10 फरवरी को सुनवाई करेगा। अमरमणि और मधुमणि को सत्र अदालत और नैनीताल हाई कोर्ट ने पति-पत्नी को हत्या के जुर्म में उम्रकैद की सजा सुनाई है। मधुमिता शुक्ला की 2003 में हत्या हो गई थी। हत्या के समय मधुमिता गर्भवती थी। अमरमणि 2003 से ही जेल में हैं।
- सार्वजनिक स्थानों पर घूमने वाले गैर-पंजीकृत तथा आवारा कुत्तों को पकड़ने एवं उन्हें मार देने के निगम के अधिकार पर दिल्ली हाई कोर्ट 10 फरवरी को सुनवाई करेगा। कानूनी रूप से मिले निगम के इस अधिकार को कामिनी खन्ना ने हाईकोर्ट में चुनौती दी है।
- दिल्ली दंगा 2020 में आरोपी पूर्व पार्षद ताहिर हुसैन के खिलाफ कड़कड़डूमा कोर्ट ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में 10 फरवरी को सुनवाई करेगा। 2020 फरवरी में उत्तर-पूर्वी दिल्ली में दंगे हुए थे जिसमें कई लोगों की जान चली गई थी। ताहिर हुसैन पर दंगे भड़काने और उसकी फंडिंग के आरोप के साथ ही अन्य कई आरोप हैं।