एक पखबाड़े से भी कम समय में बाल विवाह के 4 हजार से ज्यादा मामले सामने आने के बाद असम सरकार की नींद टूटी है। राज्य के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने शुक्रवार को कहा कि सरकार बाल विवाह के खिलाफ 3 फरवरी यानी आज शुक्रवार से सख्त अभियान शुरु कर रही है।
हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा कि जो लोग 14 साल से कम बच्चियों के साथ शादी कर रहे हें उनके खिलाफ पोक्सो एक्ट तहत कार्रवाई की जाएगी। इसी तर बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम के तहत उन लोगों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी जो 14 से 18 साल की आयुवर्ग की बच्चियों के साथ शादियां कर रहे हैं। अवयस्क बच्चियों के साथ होने वाले विवाह को वैधानिकता भी नहीं दी जाएगी।
असम पुलिस बाल विवाह के खतरे को समाप्त करने के अपने संकल्प में दृढ़ है जिसमे अब तक की रिपोर्ट मे सबसे अधिक धुबरी (370), उसके बाद होजई (255) और उदलगुरी (235) मे मामले दर्ज किए गए।