राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने सोमवार को मीडिया रिपोर्टों पर स्वत: संज्ञान लिया है कि दिल्ली की तिहाड़ जेल में साथी कैदियों द्वारा 22 वर्षीय एक कैदी का कथित रूप से यौन उत्पीड़न किया गया था। आयोग ने मामले की ऑन द स्पॉट जांच के लिए अपनी टीम भेजने का फैसला किया है।
एनएचआरसी ने मुख्य सचिव, एनसीटी दिल्ली सरकार और जेल महानिदेशक, एनसीटी दिल्ली सरकार को भी नोटिस जारी कर 4 सप्ताह के भीतर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। एनएचआरसी ने कहा कि रिपोर्ट में पीड़ित कैदी की वर्तमान स्वास्थ्य स्थिति, दोषी अधिकारियों और आरोपी साथी कैदियों के खिलाफ की गई कार्रवाई के साथ-साथ भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो, यह सुनिश्चित करने के लिए उठाए गए कदम और उठाए जाने वाले कदम शामिल होने चाहिए।
एनएचआरसी ने अपने प्रेस रिलीज़ में कहा कि उसने जेल प्रशासन के कई पहलुओं में सुधार के लिए अतीत में कई दिशा-निर्देश, सलाह और सिफारिशें जारी की हैं, लेकिन ऐसा प्रतीत होता है कि तिहाड़ जेल में बंदियों के रहने की स्थिति में रुक-रुक कर होने वाली घटनाओं के बाद से कोई परिवर्तन नहीं हुआ है।
उत्पीड़न, यातना और यौन शोषण सहित उनके विभिन्न प्रकार के मानवाधिकारों के उल्लंघन की सूचना दी जा रही है और उनकी शिकायत की जा रही है।