सीनियर टीचर भर्ती पेपरलीक मामले में फरार चल रहा मास्टरमाइंड सुरेश ढाका की उदयपुर कोर्ट में अग्रिम जमानत अर्जी दाखिल की है। अर्जी में सुरेश
ढाका ने खुद काे कानून का पालन करने वाला, बड़े ही मासूम किस्म का और शांतिप्रिय स्वभाव का व्यक्ति बताया है। ढाका ने अपनी याचिका में यह भी कहा कि उसके राजनीतिक संबंधों के आधार पर ही उसे फंसाया जा रहा है।
हालांकि मंगलवार को सुरेश ढाका की अग्रिम जमानत याचिका को उदयपुर कोर्ट ने खारिज कर दी थी। कोर्ट का जमानत याचिका खारिज करते हुए कहा कि पेपरलीक मामले में सुरेश ढाका नाम प्रमुख रूप से सामने आया है। मामले में न अभी चालान भी पेश नहीं हुआ। न ही पेपर बेचने-खरीदने वालों की गिरफ्तारी हुई है।
वही मामले की सुनवाई के दौरान ढाका का भाई अशोक ढाका मौजूद था। सुरेश ढाका पर राजस्थान सरकार ने 1 लाख रुपए और उदयपुर एसपी विकास शर्मा ने 2500 रुपए का इनाम घोषित किया हुआ है।
अग्रिम जमानत अर्जी में इस बात का भी जिक्र है कि दिसंबर 2022 को पेपर सॉल्व करवाते पकड़ा गया सुरेश विश्नोई से उसका भले ही साले-जीजा का रिश्ता है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि उसका पेपरलीक मामले से कोई सीधा संबंध है।
ढाका ने यह भी कहा कि न ही पेपरलीक में पकड़ी गई क्रेटा गाडी से उसका कोई संबंध है। ढाका अपने परिवार में कमाने वाला एक मात्र व्यक्ति है। ढाका ने आरोप लगाया है कि उसको गिरफ्तार करने के लिए उसके परिवार को पुलिस द्वारा डराया-धमकाया जा रहा है।
दरअसल, सरकारी स्कूल में हेडमास्टर सुरेश विश्नोई और पीराराम को 24 दिसंबर 2022 को चलती बस में ही परीक्षा से पहले पेपर हल कराने के आरोप में गिरफ्तार किया था। ये ही वो मुख्य सरगना हैं, जो उम्मीदवारों को पेपर सॉल्व करवा रहे थे।