शराब घोटाले में जेल में बंद आम आदमी पार्टी के नेता मनीष सिसोदिया की मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने दिल्ली सरकार की फीडबैक यूनिट (एफबीयू) में भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर सिसोदिया के खिलाफ एक और मामला दर्ज कर लिया है। जेल में बंद आम आदमी पार्टी (आप) के नेता मनीष सिसोदिया के खिलाफ मामला दर्ज किया है। केजरीवाल सरकार ने फीड बैक यूनिट का गठन 2015 में किया था।
सीबीआई ने दावा किया है कि “फीडबैक यूनिट के निर्माण और काम करने के गैरकानूनी तरीके से सरकारी खजाने को लगभग 36 लाख रुपये का गलत नुकसान हुआ है।”
सीबीआई में दर्ज इस नए मामले पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल तीखी प्रतिक्रिया दी है। केजरीवाल ने इस कदम को ‘देश के लिए दुखद’ करार दिया। केजरीवाल ने कहा है कि पीएम की योजना मनीष के खिलाफ कई झूठे मामले थोपने और उन्हें लंबे समय तक हिरासत में रखने की है।
दरअसल, फरवरी महीने में, केंद्रीय गृह मंत्रालय (एमएचए) ने सीबीआई को भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मनीष सिसोदिया के खिलाफ मुकदमा चलाने की अनुमति दी थी। सीबीआई ने रिपोर्ट में आरोप लगाया गया है कि मनीष सिसोदिया फीडबैक यूनिट का उपयोग “राजनीतिक जासूसी” के लिए एक उपकरण के रूप में कर रहे थे।
इससे पहले, भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने मनीष सिसोदिया और आम आदमी सरकार के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग की थी। उस वक्त, मुख्यमंत्री केजरीवाल ने इसे “राजनीति से प्रेरित” बताते हुए बीजेपी के आरोपों का खंडन किया था।