दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया के बाद अब भारत राष्ट्र समिति की एमएलसी के.कविता पर प्रवर्तन निदेशालय का शिकंजा कसता जा रहा है। के.कविता को आज दिल्ली शराब घोटाले को लेकर ईडी के समक्ष पेश होना है। ईडी के सूत्रों ने लीगली स्पकिंग को बताया है कि कविता से शराब घोटाले में गिरफ्तार पूर्व सहयोगी अरुण पिल्लई के सामने बिठा कर पूछताछ की जा सकती है। अरुण पिल्लई इस समय ईडी की रिमांड पर है और 6 दिन की रिमांड 13 मार्च को खत्म हो रही है।
दिलचप्स बात यह है की पिल्लई के रिमांड अर्जी में ईडी ने दावा किया है कि अरुण पिल्लई दिल्ली के शराब कारोबार में के.कविता का मुखौटा मात्र था। ईडी के मुताबिक अरुण पिल्लई, शराब कारोबारियों के साउथ ग्रुप की तरफ से विजय नायर से डील कर रहा था इतना ही नही साउथ ग्रुप की तरफ से दिल्ली में शराब के ठेके लेने के लिए आम आदमी पार्टी को 100 करोड़ रुपए दिए गए थे। ईडी ने मनीष सिसोदिया की रिमांड अर्जी में जो बातें लिखी हैं, उनमें के. कविता की भूमिका का भी जिक्र है।
प्रवर्तन निदेशालय ने रिमांड कॉपी में दावा किया है कि सिसोदिया और के.कविता दोनों एक-दूसरे के संपर्क में थे और दोनों ने मिलकर दिल्ली की शराब नीति से दक्षिण की कंपनियों को फायदा पहुंचाया था। हालांकि ईडी की रिमांड कॉपी में इनकी सांठ-गांठ का जिक्र किया गया है। मनीष सिसोदिया के रिमांड कॉपी में 34 नंबर पेज पर के.कविता और समीर महेंद्रु के नाम का जिक्र है। 35 नंबर पेज पर आईटीसी हैदराबाद में बैठक का जिक्र है, और पेज नंबर 38 में ईडी के सरकारी गवाह बन चुके दिनेश अरोड़ा से पूछताछ का हवाला दिया गया है।
ईडी ने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा है कि शराब घोटाले की जांच में ये पाया गया है कि साउथ ग्रुप के साथ हिस्सेदारी साझा करने वाली कंपनियों में से एक समीर महेंद्रू की कंपनी मैसर्स इंडो स्पिरिट्स है। समीर ने दक्षिण ग्रुप के प्रतिनिधियों के साथ इस फर्म का गठन किया और इस फर्म में 65 फीसदी भागीदारी दी। इस फर्म की हिस्सेदारी में अरुण पिल्लई और प्रेम राहुल मंडुरी शामिल हुए और ईडी का दावा है कि ये दोनों के. कविता का प्रतिनिधित्व कर रहे थे। ईडी ने यह भी दावा है कि विजय नायर के कहने पर ही समीर महेंद्रू ने इन व्यक्तियों के साथ फर्म में साझेदारी की थी।