अमेरिका की सुप्रीम कोर्ट ने अपने ऐतिहासिक फैसले में कहा ट्रांसजेंडर एथलीटों पर प्रतिबंध लगाना उनके अधिकारों के साथ खिलवाड़ करना होगा।
अदालत ने वेस्ट वर्जीनिया के पब्लिक स्कूलों के महिला खेल टीमों से ट्रांसजेंडर एथलीटों पर प्रतिबंध लगाने वाले राज्य के कानून को लागू करने से इनकार कर दिया।
सुप्रीम कोर्ट ने वेस्ट वर्जीनिया के उस कानून के खिलाफ निषेधाज्ञा को हटाने के अनुरोध को स्वीकार करने से इनकार कर दिया, जिसे एक निचली अदालत ने लगाया था। दरअसल एक 12 साल की ट्रांसजेंडर लड़की बेकी पेपर-जैक्सन ने निचली अदालत के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी।
दो साल पहले 2021 में वर्जीनिया में एक कानून पारित किया गया था। इसके मुताबिक, स्कूलों और विश्वविद्यालयों में महिला खेलों में ट्रांसजेंडर को खेलने पर प्रतिबंध लगाया गया था। इसके खिलाफ याचिका दायर करते हुए पेप्पर-जैक्सन और उनकी मां हीथर ने दलील दी थी कि कानून अमेरिकी संविधान के 14वें संशोधन कानून के तहत समान सुरक्षा की गारंटी के साथ-साथ शीर्षक IX नागरिक अधिकार कानून का भी उल्लंघन करता है। इतना ही नही ये सेक्स और ट्रांसजेंडर स्थिति के आधार पर भेदभाव करता है साथ ही ये शिक्षा में भेदभाव भी करता है।