पिछले साल ट्विटर से हटाए गए चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर पराग अग्रवाल एलॉन मस्क के खिलाफ कोर्ट पहुंच गए हैं। इन्होंने माइक्रोब्लॉगिंग साइट ट्विटर के खिलाफ मुकदमा दायर किया है। इसमें उन्होंने पूर्व नौकरियों के दौरान हुई मुकदमेबाजी, जांच और कांग्रेस में पूछताछ के कारण हुए खर्च के लिए हर्जाना मांगा गया है। पराग अग्रवाल के अलावा चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर नेड सेगल और लीगल अफेयर्स एंड पॉलिसी चीफ विजया गाड्डे ने भी कंपनी पर मुकदमा दायर किया है।
इनकी ओर से एक मिलियन डॉलर (करीब 82 लाख रुपए) से अधिक की राशि मांगी गई है। इसमें कहा गया है कि ट्विटर कानूनी रूप से इस राशि का भुगतान करने के लिए बाध्य है। मुकदमें में US सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन (SEC) और US डिपार्टमेंट ऑफ जस्टिस (DOJ) के द्वारा की गई पूछताछ से विभिन्न संबंधित कई खर्चों के बारे में बताया गया है।
अदालत के दस्तावेजों के अनुसार, अग्रवाल और तत्कालीन मुख्य वित्तीय अधिकारी नेड सहगल ने पिछले साल SEC को गवाही दी और सरकारी अधिकारियों के साथ लगातार उनकी बातचीत अब भी जारी है। SEC इस बात की जांच कर रहा है कि क्या एलन मस्क ने ट्विटर के शेयरों को जमा करते हुए प्रतिभूति नियमों का पालन किया?
गौरतलब है कि एलन मस्क ने पिछले साल अक्टूबर में सोशल मीडिया कंपनी ट्विटर का 44 अरब डॉलर में अधिग्रहण किया था। अधिग्रहण के बाद मस्क ने कंपनी के शीर्ष अधिकारियों अग्रवाल, गाडगे और सहगल को बाहर का रास्ता दिखा दिया था। साथ ही मस्क ने कंपनी की लागत को कम करने के लिए करीब 50 प्रतिशत कर्मचारियों की छंटनी कर दी थी।