शराब घोटाले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से पूछताछ के लिए समन भेजा है। समन जारी होने के बाद अरविंद केजरीवाल ने आरोप लगाया कि जिस दिन से उन्होंने दिल्ली विधानसभा में भ्रष्टाचार के खिलाफ बोला है, उसी दिन से उन्हें पता था कि अब सीबीआई उन्हें तलब करेगी।
दिल्ली आबकारी पुलिस मामले में पूछताछ के लिए रविवार को केजरीवाल को सीबीआई द्वारा तलब किए जाने के एक दिन बाद राष्ट्रीय राजधानी में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते उन्होंने कहा कि “केंद्रीय एजेंसियां शराब नीति की जांच में हमारे खिलाफ अदालतों से झूठ बोल रही हैं। गिरफ्तार लोगों को प्रताड़ित किया जा रहा है, उन पर और हम पर शिकंजा कसने का दबाव बनाया जा रहा है।”
आगे उन्होंने कहा, “सीबीआई ने शराब नीति मामले में मनीष सिसोदिया पर झूठा आरोप लगाया है। झूठे बयान हासिल करने के लिए लोगों को पीटा जा रहा है। फर्जी सबूत के लिए एजेंसियां लोगों को प्रताड़ित कर रही हैं। भ्रष्टाचार मिटाने के लिए यह एक बेहतरीन नीति थी।”
दरअसल, सीबीआई ने 16 अप्रैल को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को तलब किया है। आम आदमी पार्टी के नेताओं ने कहा कि केजरीवाल पूछताछ के लिए सीबीआई के सामने पेश होंगे और बेझिझक पेश होंगे।
दिल्ली में आबकारी नीति के निर्माण और कार्यान्वयन में कथित अनियमितताओं से संबंधित एक मामले की चल रही जांच में सिसोदिया को ईडी और सीबीआई द्वारा 26 फरवरी, 2023 को सिसोदिया को गिरफ्तार किया। बाद में 9 मार्च को तिहाड़ जेल में घंटों पूछताछ के बाद ईडी ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
ईडी और सीबीआई ने आरोप लगाया कि उत्पाद शुल्क नीति को संशोधित करते समय अनियमितताएं की गईं, लाइसेंस धारकों को अनुचित लाभ दिया गया, लाइसेंस शुल्क माफ या कम किया गया और सक्षम प्राधिकारी की मंजूरी के बिना एल-1 लाइसेंस फीस को बढ़ाया गया। लाभार्थियों ने आरोपी अधिकारियों को “अवैध” लाभ दिया और पता लगाने से बचने के लिए अपने खाते में गलत प्रविष्टियां कीं।