कार्मिक-प्रशिक्षण एंव विधि एंव न्याय विभाग की संसदीय समिति ने विवेक तन्खा के नेतृत्व में तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी से उनके आवास पर मुलाकात की। यह एक शिष्टाचार मुलाकात थी। इस समिति में सांसद वंदना कुमार, कनकमेदाला रविंद्र कुमार, दर्शन सिंह, पी विल्सन, आई वीणा देवी, जसबीर गिल और रघु राजू शामिल थे।
तेलंगाना प्रवास के दौरान संसदीय समिति ने राज्य के चीफ सेक्रेटरी सहित राज्य के वरिष्ठ अफसरों, सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों और बैंकों के शीर्ष प्रतिनिधियों से भी मुलाकात की। इस मीटिंग में इंडियन ऑयल कारपोरेशन, बैंक ऑफ बड़ौदा, यूनियन बैंक और एनएमडीसी लिमिटेड के प्रतिनिधि शामिल थे।
तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी देश के उन युवा नेताओं में शामिल हैं जो न केवल अपने प्रदेश को बल्कि देश को प्रगति की राह पर आगे ले जाने की क्षमता रखते हैं। प्रदेश में कानून व्यवस्था को दुरुस्त रखने, राज्यकर्मचारियों के सुख दुख और कार्यकुशलता पर उनका विशेष ध्यान रहता है। रेवंत रेड्डी 2009 में पहली बार टीडीपी के टिकिट पर जीत कर विधान सभा पहुंचे थे। उन्होंने तब से लेकर 2023 तक कुल छह बार चुनाव लड़ा और 4 बार विजयी रहे। उन्होंने हाल ही में संपन्न विधानसभा चुनावों में बीआरएस को पटखनी देते हुए कांग्रेस ने उनके नेतृत्व में भारी जीत हासिल की। रेवंत रेड्डी ने 7 दिसंबर 2023 को राज्य के मुख्यमंत्री का पद संभाला है।
कार्मिक-प्रशिक्षण विभाग और विधि तथा न्याय की संसदीय समिति का नेतृत्व करने वाले विवेक तनखा सुप्रीम कोर्ट के जाने-माने वकीलों में से एक हैं। विवेक तन्खा, मध्य प्रदेश के सबसे कम उम्र के एडवोकेट जनरलों में से एक थे। वो एडिशनल सॉलिसिटर जनरल जनरल भी रह चुके हैं। तेलंगाना जाकर उन्होंने राज्य एंव अन्य सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों के वरिष्ठ अफसरों विभिन्न लोकहितकारी विषयों पर चर्चा की। विवेक तन्खा के मुताबिक यह चर्चा और मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी से मुलाकात काफी सार्थक रही।