चीफ जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ ने शनिवार को एक सेमिनार को संबोधित करते हुए कहा कि देश में सैकड़ों लोग ऑनर किलिंग के शिकार होते है। उन्हें सिर्फ इसलिए मार दिया जाता है क्योंकि वो घरवालों के खिलाफ जाकर दूसरी जाति के लोगों को जीवनसाथी चुनते है।
चीफ जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ ने ये ये भी कहा कि नैतिकता की कसौटी सबके लिए अलग अलग है पर समाज के वंचित वर्ग के लिये ये कसौटी दबंग तबका तय करता है। ऐसे में हमारा संविधान मौलिक अधिकारों का सबसे बड़ा ध्वजवाहक है। वो रोज़ाना हमे मार्गदर्शन देता है।
चीफ जस्टिस ने एक बार फिर दोहराया कि सुप्रीम कोर्ट हो या हाई कोर्ट, इन सबके लिए इनके सामने लगने वाला हर केस अहम है। हर केस बराबर अहमियत रखता है। कोर्ट अपनी तरफ केस में कोई अंतर नहीं करता है। इसलिए लोग अपने व्यक्तिगत अधिकारो की रक्षा के लिए अदालतों पर यक़ीन करते है।
चीफ जस्टिस बॉम्बे बार एसोसिएशन की ओर से ‘क़ानून और नैतिकता’ विषय पर आयोजित अशोक देसाई मेमोरियल लेक्चर में बोल रहे थे।