कंझावला मामले में एक बड़ा खुलासा हुआ है। दिल्ली पुलिस के सूत्रों ने सोमवार को ‘लीगली स्पीकिंग’ को बताया कि आरोपियों को अच्छी तरह मालूम था कि अंजलि उनकी स्कूटी से टकराने के कुछ ही मिनटों के भीतर उनकी कार के नीचे फंस गई थी। इसके बावजूद कार में सवार आरोपियों ने अंजलि को बाहर नहीं निकाला क्योंकि आरोपियों को डर था कि अगर वे कार से उतरते और अंजलि को बाहर निकालते हुए किसी ने उन्हें देख लिया तो कानूनी पचड़े में पड़ सकते हैं।
पूछताछ के दौरान आरोपियों ने अपनी दुविधा पुलिस को बताई, हालांकि पुलिस का कहना है कि उनके बयानों में विरोधाभास है, इसलिए हर एंगल से बारीकी से जांच की जा रही है। पिछली सुनवाई में जांच अधिकारी ने कोर्ट को बताया था कि आरोपी ने अंजलि (मृतक) को कार के साथ दो घंटे तक लगभग 13 किमी तक घसीटता रहा। इस बीच सभी छह आरोपियों को आज दिल्ली की रोहणी कोर्ट में पेश किया जाएगा। वहीं पिछले शनिवार को कंझावला कांड के 7वें आरोपी अंकुश खन्ना को दिल्ली की रोहिणी कोर्ट से जमानत मिल गई थी।