दिल्ली की रोहणी कोर्ट ने सोमवार को कंझावाला कांड के 6 आरोपियों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। आज सभी आरोपियों की पुलिस रिमांड खत्म होने के बाद उन्हें पेश किया गया था। वही छठे आरोपी आशुतोष ने रोहणी कोर्ट में जमानत याचिका दाखिल की है। जिसपर मंगलवार को कोर्ट सुनवाई करेगा।
वही मामले की सुनवाई के दौरान दिल्ली पुलिस ने कहा कि अब उन्हें आरोपियों की पुलिस रिमांड नहीं चाहिए।आरोपियों को पुलिस ने न्यायिक हिरासत में भेजने की मांग की। पुलिस कहा कि आशुतोष की भूमिका अलग है।
पुलिस ने बताया कि रूट बड़ा था ,हमने रूट के 6 सीसीटीवी फुटेज लिए हैं, आरोपी दुर्घटना के बाद 2 मिनट आगे जाकर उतरे और उन्होंने देखा कि गाड़ी में कोई फंसा हुआ है, उसके बाद भी आरोपियों ने गाड़ी नही रोकी। हम साजिश की जांच कर रहे हैं। पुलिस ने अदालत में यह भी कहा कि आशुतोष के खिलाफ भी जांच चल रही है। 20 गवाहों के बयान दर्ज किए हैं। हम आरोपियों की दुबारा पुलिस रिमांड ले सकते हैं।हम आरोपियों हियरिंग टेस्ट करवाएंगे, जिससे पता चल सके कि उनकी आवाज सुनने की क्षमता क्या है। अभियोजन पक्ष की ओर से रिमांड एप्लीकेशन न आने के कारण कोर्ट ने सभी आरोपियों को 14 दिन के न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
वही पिछले शनिवार को कंझावला कांड के 7वें आरोपी अंकुश खन्ना को दिल्ली की रोहणी कोर्ट से जमानत मिल गई थी। अंकुश खन्ना को दिल्ली पुलिस ने शनिवार को रोहणी कोर्ट में पेश किया था। 20 हज़ार के निजी मुचलके पर अदालत ने उसे जमानत दी। अंकुश खन्ना ने शुक्रवार की शाम को सुल्तानपुरी थाने में सरेंडर कर दिया था।अंकुश आरोपी अमित का भाई है, अंकुश पर आरोप है कि उसे एक्सीडेंट की पूरी कहानी पता थी, गाड़ी अमित चला रहा था।लेकिन अमित के पास ड्राइविंग लाइसेंस नहीं था लिहाजा अंकुश ने ड्राइवर के तौर पर दीपक को प्लांट किया।