पंजाब में एक बार फिर आतंकवाद को भड़काने की कोशिश में लगा आईएसआई का गुर्गे अमृत पाल फरार हो गया है। पहले कहा जा रहा था कि उसे पंजाब पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। फिर खबर आई की वो गायब हो गया है। पुलिस ने अमृतपाल की तलाश में सर्च अभियान चलाया हुआ है। उसके चाचा और ड्राइवर ने सरैंडर कर दिया है। इसके अलावा उसके साठ से ज्यादा हथियारबंद समर्थक भी गिरफ्तार हुए हैं। वहीं अमृतपाल के वकील ने पुलिस पर अमृतपाल को अवैध हिरासत में रखने की आशंका जाहिर करते हुए बंदी प्रत्यक्षीकरण यानी हैबियस कारपस याचिका दाखिल की है। याचिका पर पंजाब सरकार और राज्य पुलिस को कोर्ट ने नोटिस कर दिे हैं।
वारिस पंजाब दे’ संगठन के प्रमुख अमृतपाल सिंह का मामला अब पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट पहुँच गया हैं। बठिंडा निवासी इमरान सिंह ने याचिका दाखिल कर कहा कि दावा किया है कि अमृतपाल सिंह को अवैध हिरासत में लिया गया है और इसका कारण तक स्पष्ट नहीं किया गया है। याचीका में यह भी कहा गया है की अमृतपाल के परिजनों तक को इस संदर्भ में जानकारी नहीं दी जा रही है, जो उसकी जान को बड़ा खतरा है। याचिकाकर्ता ने अपनी याचीका में सुरक्षित अवैध हिरासत से छुड़ाने का निर्देश जारी करने की हाईकोर्ट से अपील की।
जस्टिस एनएस शेखावत के निवास स्थान पर याचिकाकर्ता को सुना गया और याचिका पर पंजाब सरकार समेत अन्य को नोटिस जारी कर जवाब तलब कर लिया है।
दरसअल याचिकाकर्ता ‘वारिस पंजाब दे’ संगठन के कानूनी सलाहकार हैं और इस संगठन के प्रमुख दीप सिद्धू थे और उनकी मौत के बाद यह पद अमृतपाल ने संभाला था। याचिकाकर्ता ने कहा कि अमृतपाल सिंह को अवैध हिरासत में लिया गया है और इसका कारण तक स्पष्ट नहीं किया गया है।