श्रद्धा वालकर हत्याकांड में दिल्ली पुलिस की चार्जशीट से कई अहम खुलासे हुए हैं। दिल्ली की साकेत कोर्ट में दाखिल आरोपपत्र की Exclusive कॉपी जो ‘लीगली स्पकिंग‘ के पास है उसके मुताबिक आफताब पूनावाला ने श्रद्धा वालकर की हत्या के तीन महीने बाद उसके सिर को ठिकाने लगाया था।
इतना ही नही आफ़ताब श्रद्धा की हड्डियों को मिक्सर में डालकर पीसा था और पाउडर बनाने के बाद उसे फेंक दिया। दरसअल दिल्ली पुलिस ने 24 जनवरी को 6629 पन्नों की चार्जशीट दाखिल की थी, जिसमें हत्या से जुड़े तमाम पहलुओं को शामिल किया गया। ‘लीगली स्पकिंग’ के पास दिल्ली पुलिस की जो चार्जशीट है उसके मुताबिक आफताब ने श्रद्धा कई हड्डियों को मार्बल काटने वाले मिक्सर ग्राइंडर से पीसा था और फिर उसका पाउडर बनाकर ठिकाने लगाया।
इतना ही नही उसने शव को जलाने और उंगलियां अलग करने के लिए चिंगारी वाली टॉर्च का इस्तेमाल किया था ताकि उन हिस्सों के जरिये पहचान न हो सके। श्रद्धा की हत्या के 3 महीने के बाद दरिंदे आफ़ताब ने उसके सिर का हिस्सा फेंका था।
आरोपी आफताब ने पूछताछ के दौरान श्रद्धा की हत्या को लेकर अफसोस जताया था, साथ ही कहा था कि हत्या की वजह छोटी-छोटी बातों को लेकर झगड़ा था। 18 मई 2022 को दोनों का मुंबई जाने का प्लान था, लेकिन अचानक आफताब ने किसी बहाने से टिकट कैंसल करवा दी और इसके बाद दोनों में खर्चे को लेकर झगड़ा हुआ था। जिसके बाद आफताब श्रद्धा के ऊपर चढ़कर बैठ गया और उसका गला दबा दिया था।
आफ़ताब ने हत्या के बाद पहले उसने शव को बड़े बैग में भरकर फेंकने का प्लान बनाया था।इसके लिए बड़ा बैग भी लाया था, लेकिन फिर उसे लगा की इससे वो पकड़ा जा सकता है, इसलिए उसने शव को अलग-अलग 35 टुकड़ों में काटने का प्लान बनाया
आरोपपत्र के मुताबिक श्रद्धा और आफताब में झगड़े की मुख्य वजह आफताब की कई लड़कियों से दोस्ती थी।
आफताब के मुताबिक श्रद्धा के शरीर को 35 टुकड़ों में काटकर उसने उन्हें फ्रिज में रखा था और बाद में अलग-अलग जगहों पर फेंक दिया था। हालांकि शरीर के 20 से भी कम टुकड़े बरामद हुए हैं। इतना ही नही श्रद्धा के शरीर को काटने के लिए उसने एक आरी, एक हथौड़ा और 3 चाकुओं का इस्तेमाल किया था। आरोप पत्र के मुताबिक श्रद्धा के शव को काटने वक्त आफताब के हाथ में कट भी लग गया था
आरोप पत्र के मुताबिक हत्या के बाद जब आफताब की एक गर्लफ्रेंड घर पर आती थी तब वो श्रद्धा के शव के टुकड़े फ्रिज से निकालकर किचन में रख देता था और उसके जाते ही वापस फ्रिज में रख देता था।
श्रद्धा और आफताब की 18 मई को सभी लोकेशन को दिल्ली पुलिस ने चार्जशीट में दिखाया है, जिससे पता चलता है कि श्रद्धा की हत्या के बाद उसका फोन आफताब के पास ही था और वही उसे ऑपरेटर करता था।