केरल की कासरगोड अदालत ने हाल ही में एक दशक से अधिक पुराने आपराधिक मामले में इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग के नेता और मंजेश्वरम विधायक ए के एम अशरफ को एक साल कैद की सजा सुनाई है। घटना के वक्त अशरफ जिला पंचायत सदस्य थे।
यह फैसला जनवरी 2010 के एक मामले से आया है, जहां अशरफ चुनावी मतदाता सूची में नाम जोड़ने को लेकर एक तहसीलदार के साथ मारपीट करने में शामिल था।
कासरगोड न्यायिक प्रथम श्रेणी मजिस्ट्रेट अब्दुल बासित को 20,000 रुपये के जुर्माने के साथ सजा सुनाई गई।
अभियोजन पक्ष के अनुसार, मंजेश्वरम ब्लॉक पंचायत कार्यालय में मतदाता सूची में नाम जोड़ने से संबंधित आवेदन की सत्यापन प्रक्रिया के दौरान अशरफ द्वारा तहसीलदार के साथ दुर्व्यवहार किया गया था।
इससे पहले अदालत ने उन्हें एक लोक सेवक को अपना कर्तव्य निभाने से रोकने के आरोप से बरी कर दिया था।
एक साल की कैद से विधायक के रूप में अशरफ की मौजूदा स्थिति पर कोई असर नहीं पड़ेगा। किसी आपराधिक मामले में कम से कम 2 साल की सजा होने पर ही अयोग्यता होगी।
मुस्लिम लीग के 3 कार्यकर्ताओं बशीर, अब्दुल्ला और अब्दुल खादर को भी इसी मामले में समान सजा मिली है।