उत्तराखण्ड की पुलिस ने मादक पदार्थों की तस्करी के आरोप में गिरफ्तार मगर न्यायिक हवालात से नेपाली महिला को स्थानीय पुलिस ने दोबारा दोबारा गिरफ्तार कर लिया। महिला की हरकत को देखते हुए अदालत ने महिला को एक दिन पहले ही 1,440 ग्राम चरस की तस्करी के लिए एक 20 साल के कठोर कारावास की सजा सुनाई थी। अदालत ने उसकी सजा को पांच साल और बढ़ा दिया है।
अनुष्का उर्फ आकृति बुड़ाथोकी छह अगस्त को अपने एक साथी के साथ अदातल में सजा सुनाए जाने के बाद पिथौड़ागढ़ की न्यायिक हवालात से भाग निकली थी, जिसे पुलिस ने एक दिन बाद ही थल के तारिगांव क्षेत्र से दोबारा गिरफ्तार कर लिया। पिथौरागढ जिले के विशेष सत्र न्यायाधीश शंकर राज बुढ़ाकोटी पर डेढ़ लाख रुपये का जुर्माना लगाया और कहा कि जुर्माना न भरने पर पांच साल की अतिरिक्त कैद भुगतनी होगी। जिला शासकीय अधिवक्ता (अपराध) प्रमोद पंत ने बताया कि महिला को एनडीपीएस एक्ट के तहत सजा सुनाई गई है।
अनुष्का उर्फ आकृति बुड़ाथोकी को भारत के सशस्त्र सीमा बल ने 6 अप्रैल, 2021 को धारचूला में भारत-नेपाल सीमा पुल से 1,440 ग्राम चरस के साथ गिरफ्तार किया था। वो केस के ट्रायल के दौरान सामान्य रूप से अदालत के सामने पेश होती थी। मगर 8 तारीख को वो सुरक्षाबलों की आंखों में धूल झोंक कर फरार हो गई थी।
स्थानीय पुलिस का मानना है कि मादक पदार्थों की तस्करी करने वाला कोई बड़ा गिरोह उसके साथ हो सकता है। जो उसे पिछले काफी दिनों से फरार कराने की फिराक में था। पुलिस अब उसके शरणदाताओं और साथियों की तलाश में छापे मार रही है।