सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस ने 76 साल पुरानी पंरपरा को एक झटके में पलट दिया है। गर्मियों की छुट्टी में अब फ्रेश केसेज की भी सुनवाई होगी। वादकारों को ग्रीष्मकालीन छुट्टियां खत्म होने और केस लिस्ट होने का इंतजार नहीं करना पड़ेगा।
मंगलवार को, भारत के मुख्य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ ने संकेत दिए हैं कि सुप्रीम कोर्ट गर्मियों की छुट्टी के दौरान केवल अत्यावश्यक मामलों को लेने की अपनी सामान्य प्रथा को बदल रहा है। सीजेआई चंद्रचूड़ ने कहा कि इस बार से अब अवकाश खंडपीठ भी नए मामलों की भी सुनवाई करेगी।
सीजेआई ने एक मामले की सुनवाई के दौरान खुली अदालत में बताया कि अवकाश खण्डपीठ के समक्ष पहले हफ्ते में ही कुल 300 नए मामले सूचीबद्ध किए जाएंगे। सीजेआई ने कहा कि ऐसे मामलों की कि हाइब्रिड सुनवाई की भी अत्यधिक संभावना है।
सीजेआई ने कहा कि उनके साथी न्यायाधीशों ने सहमति व्यक्त की है कि नए मामलों को अवकाश पीठों के समक्ष सूचीबद्ध किया जा सकता है। अवकाश के पहले सप्ताह में ही 300 नए मामले हैं। साथ ही हाइब्रिड सुनवाई संभव होगी ताकि यदि कोई अधिक सुविधाजनक स्थान पर जाना चाहता है तो उस स्थान से बहस कर सकता है।
इसके बाद न्यायमूर्ति नरसिम्हा ने हल्के फुल्के अंदाज में कहा कि केवल आवश्यकता यह होगी कि वकीलों को अच्छे कपड़े पहनने होंगे।
सुप्रीम कोर्ट ने कुल 14 अवकाश पीठों की एक सूची जारी की है जो सुप्रीम कोर्ट के आगामी ग्रीष्मकालीन ब्रेक के दौरान मामलों की सुनवाई करेगी।