दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा ईडी के समन पर पेश नहीं होने का मामला अभी तक शांत नहीं हुआ है। आज (शुक्रवार 19 अप्रैल) केजरीवाल के वकीलों को ईडी जवाब पर केजरीवाल की ओर रिप्लाई फाइल करना था मगर केजरीवाल के वकीलों ने जवाब दाखिल करने में असमर्थता व्यक्त की और अगली तारीख की मांग की।
केजरीवाल के वकीलों ने कोर्ट में आरोप लगाया कि केजरीवाल तिहाड़ जेल में बंद हैं और तिहाड़ जेल प्रशासन ने वकीलों की मुलाकात सीमित कर रखी है, जिस कारण वो केजरीवाल मुलाकात नहीं कर पा रहे हैं।
केजरीवाल के वकील ने कहा कि ईडी के पास किसी भी याचिका के विरोध के अलावा कोई और काम नहीं है, जेल में लीगल मुलाक़ात की संख्या सीमित है इस लिए हम रिजॉइंडर नहीं दाखिल कर पा रहे हैं। केजरीवाल के वकीलों के इस आरोप का जवाब देते हुए ईडी की ओर से पेश वकील ने कहा वो हफ्ते में दो दिन केजरीवाल से मुलाक़ात कर सकते हैं और केजरीवाल से दिशानिर्देश लेकर मुलाकात अपना जवाब दाखिल कर सकते हैं।
इस पर केजरीवाल के वकील ने कहा कि केजरीवाल के खिलाफ 30 से ज़्यादा मुकदमे चल रहे हैं सुप्रीम कोर्ट में भी केस लगा हुआ है। हफ्ते में सिर्फ दो मुलाकात पर्याप्त नहीं हैं। क्यों कि वो दिल्ली के मुख्यमंत्री हैं इसलिए उनके पास अन्य लोगों का भी आना-जाना लगा रहता है। वकीलों को मुलाकात का समय ही नहीं मिल पाता। केजरीवाल के वकीलों ने कोर्ट ने यह भी कहा कि केजरीवाल को जेल में ठीक से खाना भी नहीं खाना देेते हैं, इतना ही नहीं केजरीवाल को नित्यक्रिया पर भी पाबंदी है।
ध्यान रहे, कि तिहाड़ जेल प्रशासन दिल्ली सरकार के अंतर्गत ही आता है। तिहाड़ के अफसरों को दिशा निर्देश दिल्ली सरकार के मंत्री और अफसरों की ओर से ही आते हैं। ऐसे में यह केजरीवाल के वकीलों की शिकायत पर सभी लोग असमंजस में हैं। बीते दिन गुरुवार को ईडी ने कोर्ट नेको बताया था कि केजरीवाल घर के भोजन की आड़ में अनियमित भोजन कर रहे हैं। ईडी ने कहा कि वो टाइप टू डाईबिटीज के मरीज हैं इसके बावजूद आम, मिठाई और आलू-पूरी खा रहे हैं। ताकि वो मेडिकल ग्राउंड के आधार पर जमानत हासिल कर सकें।
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