दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट परिसर के पश्चिमी विंग में लॉयर्स चैम्बर्स में वकीलों के दो गुटों में आपसी भिडंत हो गई। हालात यहां गाली-गलौच और हाथापाई से फायरिंग तक पहुंच गई। घटना की जानकारी होते ही मौके पर पुलिस अधिकारी पहुंचे और हालात को नियंत्रण में लिया।
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, गोलीबारी की घटना वकीलों के दो समूहों के बीच हुई तीखी बहस के कारण हुई थी। अधिकारियों ने कहा, “पदाधिकारियों सहित वकीलों के दो अलग-अलग समूहों के बीच हुए झगड़े के कारण कथित तौर पर हवा में गोली चलाई गई।” अधिकारियों ने आगे कहा कि पुलिस घटना स्थल पर पहुंच गई और घटना से किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।
अधिकारियों ने कहा कि स्थिति की कानूनी तौर पर जांच की जा रही है और एक दस्ते को घटनास्थल पर भेजा गया है। “मामले में कानूनी कार्रवाई शुरू की जा रही है और क्राइम ब्रांच टीम भी मौके पर पहुंच गई है।”
तीस हजारी कोर्ट परिसर में गोलीबारी की घटना की निंदा करते हुए बार काउंसिल ऑफ दिल्ली के अध्यक्ष केके मनन और सह-अध्यक्ष हिमाल अखतर ने कहा है कि इस घटना की जांच की जाएगी। जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ एक्शन लिया जाएगा। जांच का विषय यह भी होगा कि जिस असलह से गोली चली वो लाइसेंसी था गैर लाइसेंसी।
बार काउंसिल ऑफ देहली (बीसीडी) के सह अध्यक्ष हिमाल अख्तर ने कहा है कि हथियार लाइसेंसी ही क्यों न हो सामान्य परिस्थितियों में अदालत परिसर में हथियार लाना गलत है। हथियार कोर्ट परिसर के भीतर कैसे पहुंचे इस बात की भी जांच होगी।
हालांकि, फायरिंग के समय के कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। उन वीडियो में हथियार लहराते और फायरिंग करते हुए भी देखा जा रहा है। पुलिस के पास भी सभी वीडियो पहुंच गए हैं। यह देखा जा रहा है कि गोली चलाने शख्स कौन-कौन थे। उनकी शिनाख्त कर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।