मद्रास हाईकोर्ट की मदुरै बेंच ने मंगलवार को तमिलनाडु सरकार को निर्देश दिया तमिल भाषा के विकास के लिए आवश्यक धन आवंटित करने और संगम युग के तमिल साहित्य।
हाई कोर्ट ने आधुनिक तमिल साहित्य को लोकप्रिय बनाने के लिए विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किये जाने की सलाह भी दी है।
जस्टिस महादेवन और सत्य नारायण प्रसाद की दो-न्यायाधीशों की पीठ एक याचिका पर सुनवाई कर रही थी जिसमें तमिल के विकास से संबंधित सभी तमिल पुस्तकों, तमिल शोध पुस्तकों और अन्य भाषाओं की पुस्तकों को विश्व तमिल संघ के पुस्तकालय और बुनियादी सुविधाओं में रखा जाना चाहिए। याचीका में पुस्तकालय स्थापित किये जाने की मांग की गई है।