आंध्र प्रदेश की एक जिला अदालत ने कोरोना वायरस के पहले और दूसरे लहर के बीच विजयवाड़ा के पास एक बुजुर्ग महिला की हत्या के मामले में पांच हत्यारों को कठोर आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। विजयवाड़ा महिला सत्र न्यायालय की न्यायाधीश आई शैलजा देवी ने सभी पांचों आरोपियों को सजा सुनाई। सजा के साथ ही उन सभी पर आर्थिक दण्ड भी लगाया गया है।
इन हत्यारों के नाम वेलपुरी प्रभु कुमार, सुनकारा गोपी राजू, पोनमला चक्रवर्ती, मोरम नागा दुर्गा राव और मैडी फणींद्र कुमार हैं। विजयवाडा की नगर पुलिस ने कोर्ट में बताया कि पांचों युवक ऑटोरिक्शा चालक हैं। 16 जून 2021 को विजयवाड़ा के बाहरी इलाके पेनामलुरु के एक एटीएम में सेंध मारने में असफल प्रयास के बाद पाचों को गिरफ्तार किया गया था।
मामले की जांच के दौरान पता चला कि इन्हीं पांचों नेघर में अकेली रहने वाली बुजुर्ग महिला को भी शिकार बनाया था। पांचों युवक ने वेश बदलकर ऑटोरिक्शा में सब्जी लादकर महिला के घर पहुंचे। उन लोगों ने वहां से पैसा और उसके आभूषण लूटकर वृद्ध महिला की हत्या कर फरार हो गए।
पुलिस के अनुसार इन पांचों अपराधियों के गैंग ने अक्तूबर 2020 में सरली (58), नवंबर 2020 में 63 वर्षीय सीता महालक्ष्मी, जनवरी 2021 में 58 वर्षीय तल्लुरू धनलक्ष्मी और उसी साल जून में 85 वर्षीय पापम्मा की हत्या की थी।
हालांकि, बुजुर्ग के शरीर में चोट के कोई निशान न मिलने की वजह से परिवारवालों ने माना कि उनकी मौत स्वाभाविक तरीके से हुई है। पुलिस ने आरोपियों के पास से एक ऑटोरिक्शा और एक मोटरबाइक के अलावा 384 ग्राम सोने के गहने और 10 लाख रुपये बरामद की।