सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ ने गुरुवार को कॉमेडियन कुणाल कामरा के खिलाफ ‘न्यायपालिका की आलोचना’ करने वाले ट्वीट के खिलाफ अदालती कार्यवाही की सुनवाई से खुद को अलग कर लिया।
सीजेआई ने कहा, “हम इस मामले को दूसरी बेंच के सामने रखेंगे, जिसका मैं (सीजेआई) हिस्सा नहीं रहूंगा, क्योंकि टिप्पणी (ट्वीट) उस आदेश पर की गई थी, जिसे मैंने पास किया था।”
अब यह मामला दो सप्ताह बाद किसी अन्य पीठ के समक्ष सूचीबद्ध होगा।
सुप्रीम कोर्ट शीर्ष अदालत और उसके न्यायाधीशों के खिलाफ अपनी टिप्पणी के लिए सुप्रीम कोर्ट के समक्ष कामरा के खिलाफ अवमानना याचिका पर सुनवाई कर रहा था।
नवंबर 2020 में सीजेआई चंद्रचूड़ ने रिपब्लिक टीवी के प्रधान संपादक अर्नब गोस्वामी को जमानत दी थी। जिसके बाद कामरा ने इस फैसले की आलोचना की थी।
29 जनवरी, 2021 को कामरा ने शीर्ष अदालत में एक हलफनामा दायर किया था और न्यायपालिका के खिलाफ अपने ट्वीट का बचाव करते हुए कहा था कि अगर शक्तिशाली लोग और संस्थान “बर्दाश्त” करने में असमर्थता दिखाते हैं तो भारत “कैद किए गए कलाकारों का देश बनकर रह जाएगा।
कामरा ने सुप्रीम कोर्ट की आलोचना करने वाले अपने ट्वीट के लिए माफी मांगने से इनकार कर दिया था, उन्होंने एक बयान में टिप्पणी की थी कि “दूसरे की व्यक्तिगत स्वतंत्रता के मामलों पर सुप्रीम कोर्ट की चुप्पी की आलोचना नहीं की जा सकती है।”