केंद्र सरकार ने आज कॉलेजियम की सिफारिशों को स्वीकार करते हुए सुप्रीम कोर्ट में 5 न्यायाधीशों की नियुक्ति की घोषणा की है। भारत के सर्वोच्च न्यायालय में वर्तमान में चौंतीस न्यायाधीशों की स्वीकृत शक्ति है और अभी वर्तमान संख्या सत्ताईस है। इन पांच न्यायाधीशों को शामिल करने के साथ, सुप्रीम कोर्ट में जजों की संख्या बढ़कर 32 हो जाएगी।
सूत्रों के मुताबिक सभी पांचों जज सोमवार को सुबह 10.30 बजे शपथ लेंगे। सुप्रीम कोर्ट एक मुख्य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ उन्हें शपथ दिलाएंगे। दरसअल सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम द्वारा दिसंबर 2022 में उच्च न्यायालय के पांच न्यायाधीशों को सुप्रीम कोर्ट में प्रोन्नत करने के सिफारिश की गई थी।
जिन 5 न्यायाधीशों की नियुक्ति अधिसूचित की गई है वे हैं; न्यायमूर्ति पंकज मिथल (राजस्थान उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश), न्यायमूर्ति संजय करोल (पटना उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश), न्यायमूर्ति पी. वी. संजय कुमार (मणिपुर उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश), न्यायमूर्ति अहसानुद्दीन अमानुल्लाह (न्यायाधीश, पटना उच्च न्यायालय) और न्यायमूर्ति मनोज मिश्रा (न्यायाधीश, इलाहाबाद उच्च न्यायालय)।
अदालत में अब केवल दो रिक्तियां हैं, जिन्हें आने वाले दिनों में भरा जा सकता है। ऐसा माना जा रहा है कि राष्ट्रपति इलाहाबाद उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश राजेश बिंदल और गुजरात उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश अरविंद कुमार को उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीशों के रूप में पदोन्नत करने के सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम के 31 जनवरी के प्रस्ताव को स्वीकार कर लेंगे और सुप्रीम कोर्ट के न्यायधीशों सभी 34 पदों पर नियुक्तियां पूरी हो जाएंगी।