![Sahhin Bhagh, Mohammad Khan](https://hindi.legally-speaking.in/wp-content/uploads/2023/01/Cong-Ex-MLA-Asif-Mohammad-Khan-880x528.webp)
दिल्ली की साकेत कोर्ट ने शनिवार को कांग्रेस के पूर्व विधायक आसिफ मोहम्मद खान की जमानत अर्जी खारिज कर दी, जिन्हें हाल ही में दक्षिण-पूर्व दिल्ली के शाहीन बाग इलाके में पुलिस के साथ कथित रूप से दुर्व्यवहार करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।
अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश सोनू अग्निहोत्री ने अपने आदेश में कहा, “यदि कानून लागू करने वालों पर हमला किया जाता है और अभियुक्तों को जमानत पर रिहा किया जाता है, तो इससे समाज में गलत संदेश जाएगा। मेरे विचार से, इन परिस्थितियों में, अभियुक्तों की जमानत याचिका अनुमति के लायक नहीं है और इसलिए खारिज किया जाता है। अदालत ने यह भी कहा, “मेरा विचार है कि प्राथमिकी में दिए गए कथन के अनुसार आरोपी ने शिकायतकर्ता सीटी धरमपाल का रास्ता रोका, जब वह उसकी सहमति के बिना घटना स्थल से जा रहा था, उसे धमकी दी, आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया और जनता को उकसाने की कोशिश की बड़े पैमाने पर और इसलिए यह कहा जा सकता है कि शिकायतकर्ता के खिलाफ आपराधिक बल का इस्तेमाल किया गया है, जो आरोपी के कृत्य को आईपीसी की धारा 353 के दायरे में लाता है।
सुनवाई के दौरान, जांच अधिकारी (IO) द्वारा न्यायाधीश के समक्ष वर्तमान मामले और पहले के मामलों से संबंधित आरोपी के वीडियो उसके मोबाइल और लैपटॉप पर चलाए गए। आरोपियों के वकीलों को ये वीडियो भी दिखाए गए। वीडियो देखने के बाद, न्यायाधीश ने कहा कि अदालत को दिखाए गए वीडियो में आरोपी का आचरण प्रथम दृष्टया दिखाता है कि आरोपी के मन में देश के कानून के लिए कोई सम्मान नहीं है और वह खुद को कानून से ऊपर मानता है।