केरल में लव जिहाद और धर्मांतरण के लिए चर्चित रहा प्रकरण एक बार फिर सुर्खियों में है। लगभग पांच साल पहले केरल के कोट्टायाम के वायकोम की रहने वाली हिंदू युवती अखिला अशोकन का धर्म परिवर्तन कर निकाह करवा दिया गया था। निकाह के बाद अखिला अशोकन का नाम हादिया रख दिया गया। अखिला अशोकन अपने माता-पिता की इकलौती संतान थी। उसके पिता केएम अशोकन ने सुप्रीम कोर्ट तक दौड़ लगाई लेकिन वो अपनी बेटी को लौटा पाने में असमर्थ रहे।
केएम अशोकन ने एक बार फिर केरल हाईकोर्ट में हैबियस कॉर्पस रिट दाखिल कर आरोप लगाया है कि अखिला अशोकन उर्फ हादिया को उसके मुस्लिम पति ने बंधक बना कर रखा हुआ है। यहां ध्यान देने वाली बात यह है कि अखिला अशोकन का धर्म परिवर्तन कर शादी करने वाले मुस्लिम जेहान ने उसे तलाक दे दिया। अब उसने किसी दूसरे शख्स से शादी कर ली है।
केएम अशोकन ने रिट में आरोप लगाया है कि उनकी बेटी अखिला अशोकन उर्फ हादिया को कुछ लोगों ने बंधक बना लिया है। अखिला अशोकन उर्फ हादिया एक होम्योपैथिक हॉस्पिटल चलाती थी वो भी बंद करवा दिया गया है। फोन पर भी हादिया से उनकी बात नहीं करवायी जाती है। इसलिए केएम अशोकन ने केरल हाईकोर्ट से कहा है कि अखिला अशोकन उर्फ हादिया को कोर्ट के समक्ष लाने के आदेश दिए जाएं और उसे मुक्त करवाया जाए।
केएम अशोकन की याचिका पर केरल हाईकोर्ट 12 दिसंबर को सुनवाई करेगी।
ऐसा दावा भी किया जा रहा है कि मीडिया ने स्थानीय मीडिया से कहा है कि वो अपने माता-पिता के साथ लगातार संपर्क में हैं और उन्होंने अपने पूर्व पति शेफिन जहान से अलग होने के बाद दोबारा शादी की है।
साल 2018 में जब यह मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा तो उस समय जिस तीन सदस्ययी सुप्रीम कोर्ट की बेंच ने अखिला अशोकन उर्फ हादिया की धर्मपरिवर्तन के बाद शादी को वैध करार दिया था उसमें मौजूदा सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ भी शामिल थे।
इस मामले में एक खास तथ्य़ यह भी है कि अखिला अशोकन उर्फ हादिया से निकाह करने वाला शेफिन जहां पीएफआई (पॉलिटिकल विंग) का एक्टिव मेंबर है। इस मामले में एनआईए भी जांच की थी।