कोलेजियम सिस्टम को लेकर कार्यपालिका और न्यायपालिका के बीच सहमति के आसार दिखाई दे रहे हैं। सरकार की ओर से लिखित रूप से दिया जा चुका है कि न्यायाधीशों की नियुक्ति की अधिसूचना में किसी भी प्रकार देरी नहीं की जाएगी। इसका उदाहरण मंगलवार को गुवाहटी के चीफ जस्टिस के तौर पर एन कोटेश्वर सिंह की नियुक्ति देखी जा रही है। बहरहाल मंगलवार को ही सुप्रीम कोर्ट कोलेजियम की बैठक में चार हाईकोर्ट के लिए जजों के नाम की सिफारिश की है।
इसमें हाईकोर्ट में मणिपुर, कर्नाटक, बॉम्बे और गुजरात हाईकोर्ट में जजों की नियुक्ति के लिए कुछ नामों की सिफारिश की गई है। इन नामों में वरिष्ठ वकील नीला गोखले को बॉम्बे हाईकोर्ट के लिए नामित किया गया है। नीला गोखले कर्नल प्रसाद पुरोहित की वकील रह चुकी हैं। इसके अलावा कुछ पुराने नाम भी शामिल हैं जिनकी दोबारा सिफारिश की गई है।
नागेंद्र रामचंद्र नाइक को कर्नाटक हाईकोर्ट में नियुक्त करने की सिफारिश की गई है। तो वही राम चंद्र दत्तात्रेय हुड्डार और वेंकटेश नाईक थावर्य नाइक को कर्नाटक हाईकोर्ट, न्यायिक अधिकारी मृदुल कुमार कलिता को गुजरात हाईकोर्ट, आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट में श्रीमती पी वेंकट ज्योतिर्मयी और वी गोपाल कृष्ण राव, मणिपुर हाई कोर्ट में अरिबम गुणेश्वर शर्मा और सुश्री गोलमई गैफुलसिल्लू काबुई को हाई कोर्ट का जज नियुक्त करने की सिफारिश की गई है।